वाराणसी जिले में डेंगू संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही पिछले दो साल का रिकॉर्ड टूट गया है। इस समय मरीजों की संख्या बढ़कर 358 (शनिवार शाम) तक पहुंच गई है, जो पिछले तीन वर्षों में सबसे ज्यादा है। वर्ष 2020 में 15 जबकि 2021 में 352 मरीज मिले थे।
इस साल अब तक मिले 358 मरीजों में 270 मरीज शहरी क्षेत्र में रहने वाले हैं। वहीं ग्रामीण इलाकों में भी 88 मरीज हैं। बहुत से लोग घर पर ही हैं, ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों को बीमारी से बचाव के प्रति जागरूक किया जा रहा है। डेंगू का प्रकोप दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है।
हर दिन मिल रहे पांच से 8 नये मरीज
इस वर्ष अगस्त महीने में तो मरीजों की संख्या बहुत कम थी लेकिन इसके बाद से मरीजों की संख्या बढ़ती गई। स्थिति यह है कि पिछले दस दिन से हर दिन पांच से आठ मरीज मिल रहे हैं। इसमें ग्रामीण इलाकों की तुलना में शहरी क्षेत्र में अधिक मरीज हैं। संक्रमित मरीजों में महिलाओं, बुजुर्गों के साथ ही बच्चे भी शामिल हैं।
2020 में कोरोना काल में केवल 15 मरीज मिले थे लेकिन इसके बाद मरीजों की संख्या बढ़कर 352 हो गई। बढ़ते प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सर्विलांस टीम और फीवर हेल्प डेस्क के माध्यम से लोगों को जागरूक करने की पहल शुरू की है।
सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने कहा कि अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों पर फीवर हेल्प डेस्क के माध्यम से लोगों को डेंगू नियंत्रण के प्रति जागरूक किया जा रहा है। जांच के साथ ही अस्पतालों में भर्ती मरीजों के सेहत की निगरानी की जा रही है।
पांच नए मरीज, 11 लोगों को मिली नोटिस
शनिवार को जिले में पांच नए मरीज मिले हैं। इस दौरान सर्विलांस टीम द्वारा 5322 घरों का सर्वे कर कुल 423 मच्छर जनित स्रोतों को नष्ट कराया गया। जिला मलेरिया अधिकारी एससी पांडेय ने बताया कि इस दौरान चंदुआ, रमरेपुर, अकथा, सरैया में 11 लोगों को नोटिस जारी किया गया।