उत्तर प्रदेश के बरेली में दहेज प्रताड़ना का मामला सामने आया है। दहेज में कार और 10 लाख रुपये नहीं मिलने पर पति और ससुराल पक्ष ने विवाहिता को जिंदा जलाने की कोशिश की। चीख पुकार सुनकार पड़ोसियों ने उसे बचाया। विवाहिता ने शनिवार को पति समेत सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
ये घटना बरेली के अटरिया गांव का हैं। इस गांव के रहने वाले नारायण दास ने डेढ़ साल पहले अपनी बेटी यशोदी की शादी पीलीभीत जिले के विहार कॉलोनी के रहने वाले परमेश्वरी दयाल के बेटे सत्यपाल गंगवार के साथ की थी। पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि शादी के कुछ समय बाद ही ससुराल पक्ष ने एक कार और 10 लाख रुपये की डिमांड रख दी।
जब मायके वाले नहीं दे पाए तो विवाहिता को प्रताड़ित किया जाने लगा। जिसके बाद पिछले साल ससुराल पक्ष ने विवाहिता के साथ मारपीट की। विवाहिता ने पति के खिलाफ सुनगढ़ी थाना में एफआईआर दर्ज कराई लेकिन इसके बावजूद विवाहिता के साथ मारपीट की घटनाएं कम नहीं हुई।
14 अगस्त साल 2022 से विवाहिता मायके आकर रहने लगी। जब विवाहिता के मां-बाप काम पर गए हुए थे तब इस बीच उसका पति, ससुर, जेठ और चाचा बाइक आ गए। विवाहिता का आरोप है कि सुसराल पक्ष ने उसके ऊपर डीजल उड़ेलकर आग लगा दी। चीख पुकार सुनकर पड़ोसियों ने उसकी जान बचाई। इसके बाद पीड़िता ने अपने ससुर परमेश्वरी दयाल, पति सत्यपाल गंगवार समेत आठ लोगों पर नवाबगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।