मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आजकल हर मंच से जिन्ना जिन्ना का पाठ कर रहे हैं, आज भी नोएडा-एक्सप्रेसवे पर जेवर एयरपोर्ट के शिलान्यास के मौके पर पीएम मोदी के मंच पर योगी जी ने जिन्ना और गन्ना की तुकबंदी की. योगी ने कहा कि गन्ने की मिठास चाहिए या जिन्ना की नफरत।
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प्रधानमंत्री मोदी के मंच पर योगी आदित्यनाथ का रिकॉर्ड एक बार फिर ध्रुवीकरण की धुन सुनाता नजर आया। उन्होंने अपने भाषण में पूरे भाषण में अपनी उपलब्धियां गिनाने के साथ साथ जिन्ना का भी ज़िक्र किया और लोगों से पूछा क्या चाहिए, जिन्ना या गन्ना।
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पीएम मोदी के साथ मंच साझा करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, “कुछ लोगों ने उत्तर प्रदेश के गन्ने की मिठास में कड़वाहट घोलने की कोशिश की।” उन्होंने आगे कहा कि “एक नया द्वंद बना है। यह देश गन्ने की मिठास को एक नई उड़ान देगा, या फिर जिन्ना के अनुयाइयों से दंगा करवाने की शरारत करवाएगा, यही तय करने के लिए, आप सब का आह्वान करने के लिए आज मैं स्वंय आपके बीच आया हूं।”
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आदित्यनाथ का इशारा और हमला सीधे तौर पर समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव की तरफ था जिन्होंने पिछले दिनों पाकिस्तान के संस्थापक जिन्ना की तुलना भारत के स्वतंत्रता सेनानियों के साथ की थी।
हालाँकि योगी जी यह भूल गए कि अगर देश के किसी सरकारी नुमाइंदे ने पाकिस्तान जाकर जिन्ना की मज़ार पर हाज़री लगाई है तो वह भाजपा के भीष्मपितामह लाल कृष्ण आडवाणी।