सैम पित्रोदा के बयान से कांग्रेस ने अपने को अलग कर लिया है। बुधवार को अमेठी पहुंची कांग्रेस की सोशल मीडिया प्रभारी पंखुड़ी पाठक ने कहा कि सैम पित्रोदा हमारे औपचारिक प्रवक्ता नहीं हैं। उन्होंने जो भी बयान दिया है, उसका कांग्रेस पार्टी से कोई संबंध नहीं है। जयराम रमेश ने भी आज एक्स पर लिखा है कि उनके बयानों से पार्टी का कोई संबंध नहीं है। पत्रकारों से बात करते हुए पंखुड़ी ने कहा कि अमेठी में कांग्रेस प्रत्याशी को चुनाव अमेठी की जनता लड़ा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने हर चरण में एक स्ट्रेटजी बनाई है कि हर चरण में वो झूठ बोलेंगे, उसे उजागर करने का काम हमारी सोशल मीडिया टीम कर रही है।
कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के बयान को लेकर सियासत तेज हो गई है। बुधवार को तिलोई विधानसभा क्षेत्र में पहुंची भाजपा प्रत्याशी स्मृति जूबिन ईरानी ने कहा कि कांग्रेस धर्म और जाति के नाम पर देश को बांटती रही है। अब रंग और रूप के आधार पर देश को विभक्त करने की कोशिश है, लेकिन भाजपा के रहते यह कभी सफल नहीं होगा।
देश में कौन किस रंग का है और कौन किस भू-भाग का है, कांग्रेस उसी आधार पर ही हमारे देश को बांटने का व अपमान करने का दुस्साहस कर रही है। कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने जो बयान दिया है वो निंदनीय है। आरोप लगाया कि पित्रोदा का बयान राहुल गांधी और गांधी परिवार की राष्ट्र के प्रति सोच को दर्शाता है।
अपने एक बयान में उन्होंने कहा है कि भारत बहुत बड़ा और विविधता भरा देश है। यहां पूर्वोत्तर के लोग चीन के लोगों के जैसे दिखते हैं, पश्चिमी सीमा पर रह रहे लोग अफगानी मूल के लोगों के जैसे और दक्षिण भारत के लोग काले रंग की त्वचा के कारण दक्षिण अफ्रीकी लोगों के जैसे दिखते हैं। इस विविधता के बाद भी पूरा भारतीय समाज एकजुट होकर एक साथ रहता है और यही भारत की असली ताकत है। उनका बयान भारत की छवि को मजबूत दिखाने की कोशिश में था लेकिन बयान के आने के बाद इसके अलग राजनीतिक मतलब निकाले गए।
सैम पित्रोदा ने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उनका इस्तीफा मंजूर भी कर लिया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा,’ सैम पित्रोदा ने अपनी मर्जी से इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।