लखीमपुर खीरी में पिछले महीने किसानों को कार से कुचलने और फायरिंग की चल रही जांच में सामने आयी फॉरेंसिक रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है कि अंकित दास और आशीष मिश्रा के लाइसेंस गन से 3 अक्टूबर को लखीमपुर हिंसा के दौरान गोली चलाई गई। आशीष मिश्रा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे हैं।
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लखीमपुर पुलिस ने अंकित दास की रिपीटर और पिस्टल और आशीष मिश्रा की राइफल सहित रिवॉल्वर को जब्त कर लिया था। सभी हथियारों को 15 अक्टूबर को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया था।
रिपोर्ट के अनुसार आशीष मिश्रा के लाइसेंसी असलहे से फायरिंग की पुष्टि हुई है। हालांकि फिलहाल अभी ये बात सामने नहीं आ सकी है कि फायरिंग राइफल या रिवॉल्वर, किससे हुई थी। किसानों ने आरोप लगाया था कि आशीष और अंकित ने हिंसा के दौरान कई राउंड फायरिंग की थी।
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लखीमपुर हिंसा की घटना में 8 लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में 4 किसान और एक स्थानीय पत्रकार भी शामिल था। किसानों की मौत के मामले में गिरफ्तार किए गए 13 लोगों में आशीष मिश्रा, आशीष पांडे और लवकुश राणा शामिल हैं।
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इससे पहले सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने मामले की जांच अपेक्षा के अनुरूप न होने की शिकायत करते हुए एसआईटी जांच की निगरानी अलग हाई कोर्ट के एक पूर्व जज से हर रोज कराने का सुझाव दिया।