यूपी में धर्मांतरण रोधी कानून के तहत पहली सज़ाCm Yogi Adityanath

यूपी के चुनाव में पिछले चुनावों की तरह कब्रिस्तान की इंट्री हो गयी है. पिछले चुनावों में योगी आदित्यनाथ का सबसे पसंदीदा चुनावी सब्जेक्ट थे कबिर्स्तान और शमशान। लेकिन इस बार योगी जी ने कब्रिस्तान और मंदिर को अपना विषय बनाया है.

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मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कल अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम के दौरान कहा कि भाजपा सरकार जनता का पैसा कब्रिस्तान के लिए जमीन खरीदने पर नहीं, बल्कि मंदिरों के पुनर्निर्माण और सौंदर्यकरण पर खर्च कर रही है.

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पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा: “आपको याद होगा आज से ठीक 31 वर्ष पहले, 30 अक्टूबर 1990 और 2 नवंबर 1990 को इसी अयोध्या में राम भक्तों और कार सेवकों पर गोलियां चलाई गई थीं. उस समय “जय श्री राम” का नारा लगाना और राम मंदिर के लिए आवाज उठाना एक अपराध माना जाता था।

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लेकिन लोकतंत्र की ताकत कितनी मजबूत होती है, आपने उसका एहसास करवाया. जो 31 साल पहले राम भक्तों पर गोलियां चला रहे थे, इस लोकतंत्र की ताकत की वजह से आज वो आपके सामने झुके हैं. लगता है कि कुछ और वर्ष अगर आप इसी तरह से ले चले तो, अगली कार सेवा के लिए तो उन लोगों का पूरा खानदान लाइन में खड़ा होता दिखाई देगा. अगली कार सेवा जब होगी तब गोली नहीं चलेगी, तब राम भक्तों पर कृष्ण भक्तों पर पुष्पों की वर्षा होगी, यही लोकतंत्र की ताकत है.”

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