पीसीएफ की सालाना सामान्य निकाय (एजीएम) में कारोबार को बढ़ाने को लेकर नए ऐलान किए गए हैं। पीसीएफ के प्रबंध निदेशक संजय कुमार के मुताबिक संघ ने वित्त वर्ष 2022-23 में कुल 5183.78 करोड़ करोड़ की आय हासिल की है। इसके साथ ही सहकारी संघ में इस दौरान 26000 नए सदस्य भी शामिल हुए हैं।

प्रबंध निदेशक ने बताया कि संघ की आय बढ़ाने के लिए पीसीएफ के कृषक सेवा केंद्रों को आय़ुनिक सेवा व संसाधनों से युक्त करते हुए नए व्यवसाय भी संचालित किए जाएंगे।

उन्होंने बताया कि संघ अपनी निष्प्रयोज्य संपत्तियों पर 26 पेट्रोल पंपों का संचालन करेगा। इसके अलावा कृषक सेवा केंद्रों पर अब गांवों में भी लोगों के आधार कार्ड बनाने के साथ ही जन सेवा केंद्रों (सीएससी) से संबंधित सभी काम जैसे खसरा खतौनी निकालना, निवास प्रमाण पत्र, जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने जैसे काम किए जाएंगे।

प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने की योजना के तहत कृषक केंद्रों को उच्चीकृत करते हुए यहां से दवाएं बेचने का काम भी किया जाएगा। इसके बाद प्रदेश के हजारों गांवों में लोगों को उचित दर पर जेनरिक दवाएं मिल सकेंगी।

पीसीएफ प्रदेश के जिलों में संचालित कृषक उत्पादक संघों (एफपीओ) के जरिए व्यावसायिक विविधीकरण योजना के तहत काम करेगा। साथ ही कृषक सेवा केंद्र गांवों में माइक्रो एटीएम का संचालन भी करेंगे। पीसीएफ के गेहूं व धान खरीद केंद्रों पर पावर डस्टर स्थापित कर अपनी आय बढ़ाएगा।

प्रबंध निदेशक संजय कुमार ने बताया कि वित्त वर्ष 2022-23 में कृषक सेवा केंद्रों से 215.28 करोड़ रुपये की आय तो गेहूं खरीद से 331.06 व धान की खरीद से 3666.26 करोड़ रुपये की आय हुयी है। इस साल सितंबर के महीने तक पीसीएफ ने 613930 लीटर नैनो यूरिया तो 109784 लीटर नैनो डीएपी की बिक्री की है।

एजीएम में प्रबंध निदेशक ने बताया कि वर्तमान में पीसीएफ के पास 1400 कर्मियों की टीम के साथ कुल 79.95 करोड़ रुपये की अंश पूंजी है। संघ सरकार के लिए धान, गेहूं, दलहन, तिलहन की समर्थन मूल्य पर खरीद के साथ, उर्वरक व बीज की आपूर्ति का काम कर रहा है। इसके अलावा संघ शीतगृहों व गोदामों का भी संचालन कर रहा है।

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