सोमवार को जीआरपी थाने में पाकिस्तानी लड़की से पूछताछ का मामला शहर में आग की तरह फैल गया। देर रात जांच के बाद पता चला कि किशोरी पाकिस्तान की नहीं मेरठ की रहने वाली है। एलआईयू ने फोन पर उसके भाई से संपर्क किया तो किशोरी के मानसिक रूप से बीमार होने की जानकारी मिली।मेरठ के कोतवाली नगर थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज है।
मुरादाबाद के कटघर निवासी निखिल शर्मा (27) को रविवार को वह देहरादून स्टेशन पर मिली थी। किशोरी ने निखिल को बताया कि वह पाकिस्तान से फ्लाइट के जरिये दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची। उसे मुंबई अपने मामा के यहां जाना है लेकिन पासपोर्ट और रुपये चोरी हो गए हैं। दिल्ली से बस में बैठी तो देहरादून पहुंच गई। किशोरी ने निखिल से मदद मांगी तो वह उसे ट्रेन में बैठाकर मुरादाबाद ले आया।
यहां सोमवार सुबह उसने अपनी मुंह बोली बहन पारुल के घर किशोरी को छोड़ा और उससे पूछताछ करने के लिए कहा। किशोरी ने अपने नाम के अलावा पता कराची पाकिस्तान बताया। वह माता-पिता का नाम और फोन नंबर नहीं बता पाई।
निखिल और उसकी मां शाम को किशोरी को जीआरपी थाने लेकर पहुंचे। जीआरपी की पूछताछ में निखिल ने कहा कि वह मदद के लिए किशोरी को घर ले गया था। जीआरपी ने देर रात तक युवक के बयान दर्ज किए और किशोरी को महिला कांस्टेबल की देखरेख में रखा।
सूचना पर एलआईयू की टीम ने जीआरपी थाने पहुंचकर युवती से पूछताछ की। इसके बाद पूरा मामला सामने आया। किशोरी के पास से उसके भाई का मोबाइल नंबर मिला। इस पर संपर्क किया तो पता चला कि वह मानसिक रूप से बीमार है।
पता चला कि उसका असली नाम कुछ और है। उसने पहले अपना गलत नाम बताया था। पुलिस ने उसके परिजनों को मुरादाबाद बुलाया है। इसके अलावा निखिल व किशोरी से देर रात तक पूछताछ की जाती रही।
12वीं की छात्रा है किशोरी
मेरठ निवासी किशोरी 12वीं की छात्रा है। उसने निखिल को बताया था कि वह पाकिस्तानी के कराची की नागरिक है। भारत में अपने मामा के अलावा एक सहेली का भी जिक्र किया। उधर, निखिल का कहना है कि वह शिमला से लौटते समय बस से देहरादून पहुंचा था, वहां से उसका ट्रेन में मुरादाबाद के लिए रिजर्वेशन था।