प्रदेश में सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 के तहत शून्य से पांच वर्ष तक के 12.74 लाख बच्चों एवं 3.88 लाख गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जाएगा। इसकी शुरुआत सोमवार से होने जा रही है। मिशन के तहत मिजल्स- रूबेला, टीबी, पोलियो, हेपेटाइटिस, गलाघोंटू सहित 12 तरह की बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण किया जाएगा। विशेष प्राथमिकता वाले 27 जिलों में नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं।
प्रदेश में हर साल एक साल से छोटे करीब 57 लाख बच्चों एवं 64 लाख महिलाओं का टीकाकरण होता है। कोविड के दौरान तमाम बच्चों एवं महिलाओं का टीकाकरण नहीं हो सका है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जब सर्वे किया तो पता चला कि 2.32 करोड़ बच्चों एवं 3.88 लाख गर्भवती महिलाएं टीका नहीं लगवा पाई हैं। ऐसे में इन सभी के टीकाकरण के लिए सभी जिलों में तीन चरणों में (7-12 अगस्त), (11-16 सितंबर) और (9-14 अक्टूबर) सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान चलाया जाएगा। पहले चरण में 12.74 लाख बच्चों एवं 3.88 गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है।
इन जिलों की रहेगी विशेष निगरानी
बहराइच, गोंडा, अंबेडकरनगर, सीतापुर, हरदोई, लखीमपुर खीरी, उन्नाव, प्रयागराज, प्रतापगढ़, आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा, अलीगढ़, एटा, कासगंज, आजमगढ़, मऊ, बरेली, बदायूं, सिद्धार्थनगर, बांदा, जालौन, कानपुर नगर, इटावा, फर्रुखाबाद, मेरठ, जीबी नगर, गाजियाबाद, भदोही, मुरादाबाद, संभल जिलों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्ति किए गए हैं। इसी तरह प्रदेश के 10 जिलों में राष्ट्रीय स्तर से पर्यवेक्षक भी टीकाकरण की स्थिति की जांच करेंगे।