उत्तर प्रदेश में पैदा हो रहे बिजली के गंभीर संकट पर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन चाँद ने कहा है कि हर मोर्चे पर नाकाम हो चुकी योगी सरकार की एक और अक्षमता उजागर हुई जिसके कारण अँधेरे में दशहरा, ईद मीलादुन्नबी और दिवाली जैसे रौशनी के त्यौहार मनाने की नौबत आ गयी है।
सपा प्रवक्ता ने कहा कि यह भाजपा सरकारों की अदूरदर्शिता और अक्षमता का नतीजा है जो पूरे देश में कोयले की कमी के कारण बिजली का गंभीर संकट पैदा हो गया है।
देश में 135 थर्मल पावर प्लांट हैं जिसमें से 18 पूरी तरह बंद हो चुके हैं और बाकी कोयले की कमी के कारण बंद होने के कगार पर हैं। वहीँ उत्तर प्रदेश में 12 पावर प्लांट कोयले पर आधारित हैं जिनमें कभी भी पावर जनरेशन बंद हो सकता है. ऐसे में प्रदेश की जनता को अँधेरे में त्यौहार मनाने पर मजबूर होना पड़ेगा।
फखरुल हसन चाँद ने कहा कि इतनी विकट स्थिति होने के बावजूद इस मामले में कोई ठोस कदम उठाने की जगह भाजपा सरकारें सिर्फ चुनावी विश्लेषण में जुटी हैं, उन्हें जनता के सरोकारों से कोई मतलब नहीं।
सपा प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला करते हुए कहा कि श्री योगी आज भी प्रदेश में 24 घंटे बिजली आपूर्ति का झूठा दावा कर रहे हैं जबकि हक़ीक़त यह है कि प्रदेश के छोटे शहरों और ग्रामीण इलाक़ो में घोषित और अघोषित पावर कट चल रहा है जो लगातार बढ़ता जा रहा है।
सपा प्रवक्ता ने कहा कि पूरे देश में सबसे मंहगी बिजली यूपी में है, पावर कंज़्यूमर चाहे वह आम नागरिक हो, छोटा व्यापारी हो या छोटे और मझोले उद्यमी सभी का योगी सरकार खून चूस रही है. सरकार की अक्षमता का भुगतान अब प्रदेश की आम जनता को करना पड़ रहा है क्योंकि प्राइवेट सेक्टर से मंहगी बिजली खरीदने में जो पैसा जा रहा है उसकी वसूली तो जनता से ही की जाएगी।
उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े चार सालों से योगी सरकार हर मोर्चे पर नाकाम हो चुकी है, उसकी तथाकथित उपलब्धियां सिर्फ सरकारी विज्ञापनों में ही नज़र आती हैं. इस सरकार के झूठों का पुलिंदा अब खुल चूका है, जनता जाग चुकी है, साथ ही भाजपा सरकार की विदाई और 22 में बाइसिकल की वापसी का पूरी तरह मन बना चुकी है।