खबरों के अनुसार, कोरोना का नया वैरिएंट काफी अधिक तेजी से फैलता है। इस खतरे को देखते हुए शासन से अलर्ट भी जारी किया है। लोगों के वैक्सिनेशन कराने पर भी जोर दिया जा रहा है। जिले में यदि वैक्सीन की स्थिति की बात की जाए तो हाल काफी खराब हैं। को-वैक्सीन की मात्र 10 डोज ही इस समय स्टॉक में बची हैं। जबकि कोविशील्ड एवं बच्चों की कार्बेवैक्स की एक भी डोज नहीं हैं।
जिले में काफी संख्या में 12 साल से ऊपर के बच्चे भी दूसरी डोज से वंचित हैं। लोग खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य केंद्रों पर वैक्सीन लगवाने के लिए जाते हैं तो उनको निराश लौटना पड़ता है। वैक्सीन न होने से संक्रमण को फैलने से रोकना स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती बन सकता है।
आयु वर्ग | पहली डोज | दूसरी डोज |
12 से 14 वर्ष | 64,008 | 60,054 |
15 से 17 वर्ष | 1,06,558 | 96,146 |
18 प्लस | 10,60,963 | 9,46,530 |
18 प्लस | बूस्टर डोज | 3,40,048 |
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. अंजुश सिंह ने बताया कि जिले में इस समय को-वैक्सीन की 10 डोज ही मौजूद हैं। लगभग दो माह से सप्लाई नहीं मिली है। कोरोना के खतरे को देखते हुए जल्द ही वैक्सीन मिलने की संभावना है। जैसे ही वैक्सीन आएगी फिर से टीकाकरण शुरू होगा।