उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले चरण को लेकर चुनाव प्रचार चरम पर है, उम्मीदवारों समेत पार्टी के बड़े नेताओं ने भी अब डेरा डालना शुरू कर दिया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कल कैराना में जमकर चुनाव प्रचार किया जिसमें जमकर चुनाव और कोविड के सारे प्रोटोकॉल तोड़े गए. इसके अलावा भी सत्ता पक्ष की ओर से अनेकों जगहों चुनाव आचार संहिता और कोविड प्रोटोकॉल तोड़ने के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं. लेकिन चुनाव आयोग ने इनमें से किसी को संज्ञान में नहीं लिया है. चुनाव आयोग की इस चुप्पी पर समाजवादी पार्टी मुखर है और लगातार चुनाव आयोग पर भेदभाव के आरोप लगा रही है.
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समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता फखरुल हसन चाँद ने चुनाव आयोग पर आज बड़ा आरोप लगाते हुए कहा उसे लाचार और निकम्मा बताया है.
अपने ट्विटर हैंडल पर #Election commission के साथ सपा प्रवक्ता ने पोस्ट करते हुए लिखा है कि चुनाव अचार संहिता हो या कोविद प्रोटोकॉल यह केवल विपक्ष के लिए हैँ, न कि सत्ता पक्ष के लिए और हम इस सच को जितनी जल्दी समझ ले उतना अच्छा है, क्योंकि चुनाव आयोग लाचार निकम्मा है और हमको इसी व्यवस्था में मज़बूती से खड़े होकर चुनाव जीतना है.
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गौरतलब है कि अबतक चुनाव अचार संहिता और कोविड प्रोटोकॉल तोड़ने को लेकर जितनी भी नोटिस जारी हुई हैं वह विपक्षी पार्टियों को हुई हैं चाहे वह लखनऊ में सपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं की भीड़ हो या फिर नॉएडा में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का डोर टू डोर वोट माँगना।