UAPA का सबसे ज़्यादा निशाना नौजवान बने, यूपी में सबसे ज्यादा गिरफ्तारियांCM Yogi

यूपी लगातार तीसरे साल टॉप पर, एनएचआरसी ने 2018 से इस साल के 31 अक्टूबर तक मानवाधिकार उल्लंघन के सबसे ज्यादा मामले यूपी के दर्ज किए हैं जो लगभग 40% प्रतिशत है। गृह मंत्रालय ने संसद में कहा, इस साल 31 अक्टूबर तक एनएचआरसी ने देश में मानवाधिकार उल्लंघन के 64,170 मामले दर्ज किए जिनमें सर्वाधिक 24,242 मामले उत्तर प्रदेश में दर्ज हुए।

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गौरतलब है कि यह लगातार तीसरा साल है जब यूपी में मानवाधिकार उल्लंघन के सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। यूपी में 2018 में इसके 41,947 मामले और 2019 में 32,693 मामले दर्ज हुए थे। डीएमके सांसद एम. शनमुगम के सवाल पर जवाब देते हुए गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने संसद में बताया, एनएचआरसी के आंकड़ों के मुताबिक मानवाधिकार उल्लंघन के मामले 2018-19 में 89,584 था, जो 2019-20 में घटकर 76,628 और 2020-21 में 74,968 हो गया। वहीं 2021-22 में 31 अक्टूबर तक 64,170 मामले दर्ज हुए थे।

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एनएचआरसी के आंकडों के अनुसार, यूपी में साल 2018-19 में 41,947 मामले तो 2019-20 में 32,693 मामले दर्ज किए गए। वहीं 2020-21 में 30,164 और 2021-22 में 31 अक्टूबर तक 24,242 मामले दर्ज किए गए हैं। देश की राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां 2018-2019 में 6,562, 2019-2020 में 5,842, 2020-2021 में 6,067 और इस साल 31 अक्टूबर तक 4,972 मामले दर्ज हुए हैं।

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