बिधनू में ट्रक चालक पति की चाकू से गोदकर हत्याकर देवर संग फरार हुई पत्नी को पुलिस ने आठ महीने बाद मध्य प्रदेश स्थित बागेश्वर धाम आश्रम से धर दबोचा। हत्या के बाद से दोनों आश्रम में ही सेवादार बनकर रह रहे थे। आजीविका के लिए दोनों ही होटल में नौकरी कर रहे थे। हत्यारोपियों के मोबाइल का इस्तेमाल करने पर सर्विलांस टीम की मदद से पुलिस ने उन्हें ट्रेस कर गिरफ्तार कर लिया। रविवार दोपहर बाद दोनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
मूलरूप से लखीमपुर के ईसानगर थानाक्षेत्र के कोडरी रूप सेनापुर निवासी ट्रक चालक दिनेश अवस्थी (45) दो साल से बिधनू के खेरसा गांव में रहकर ट्रक चलाता था। घटना से सालभर पहले पहले उसने सीतापुर की पूनम उर्फ गुड़िया से प्रेम विवाह किया था। खेरसा में वह पूनम और अपने छोटे भाई मनोज के साथ एक ही मकान में रह रहा था। जांच में पता चला कि इस दौरान पूनम के अपने देवर मनोज से अवैध संबंध हो गए। इसका पता दिनेश को चला तो दोनों के बीच विवाद जमकर विवाद हुआ।
डंडे से पीटने के बाद चाकू से गोदकर मार डाला
विवाद के बाद ही पूनम में देवर मनोज के साथ मिलकर पति दिनेश की हत्या की साजिश रच डाली। फिर 24 अप्रैल की रात दोनों ने दिनेश को पहले डंडे से पीटने के बाद चाकू से गोदकर मार डाला। वारदात के बाद शव के हाथ-पैर बांधकर गांव के एक तालाब में फेंक दिया थ। 26 अप्रैल को जब शव तालाब में उतराता दिखा तो मनोज ने उसे डंडे की मदद से दबाने की कोशिश की। इसी दौरान ग्रामीणों ने देख लिया और पुलिस काे सूचना दी।
दोनों को पुलिस ने ऐसे दबोचा
इस बीच हत्यारोपी देवर-भाभी फरार हो गए। डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने बताया कि दिनेश के छोटे भाई मयानंद की तहरीर पर मनोज और पूनम के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर उनकी तलाश की जा रही थी। कुछ समय पहले दोनों के मोबाइल की लोकेशन मध्य प्रदेश स्थित बागेश्वर धाम में मिली। जिसके बाद पुलिस ने दोनों को धर दबोचा। हालांकि पुलिस ने बिधनू नहर के पास से हत्यारोपियों की गिरफ्तारी दिखाई है।