औरैया जिले में मां ने मासूम मंगल को नदी में फेंका। इसके बाद आदित्य व माधव को फेंका। इसके बाद सोनू को फेंका, वह किसी तरह नदी के किनारे लग गया और निकलकर भाग निकला। उसी ने पूरी घटना की जानकारी ग्रामीणों को दी। पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए आशीष को भी हिरासत में ले लिया।
दो साल पहले पति की मौत के बाद ससुरालीजनों से भी प्रियंका की कहासुनी हो गई। इस पर प्रियंका औरैया के मोहल्ला बनारसीदास में पानी की टंकी के पास अपने चचेरे देवर आशीष व सास राधा के साथ अपने चारों बच्चों को साथ लेकर रहने लगी। सूत्रों की माने तो प्रियंका की देवर आशीष से नजदीकी कुछ ज्यादा ही हो गई थी।
आशीष कोई काम नहीं करता था। हालांकि बीच-बीच में वह सैलून का काम करता था, लेकिन उसकी इतनी आमदनी नहीं थी कि वह प्रियंका के साथ-साथ उसके चारों बच्चों की परवरिश कर पाता। वहीं सास राधा घरों में काम करके कुछ आमदनी कर लेती थी। इसी से महीने का राशन व कमरे का किराया निकलता था।
प्रियंका के फैसले को लेकर साजिश का आशंका
सूत्रों की मानें, तो इसको लेकर आए दिन प्रियंका और आशीष में बहस भी होती थी। आशीष बच्चों को लेकर हाथ खड़े कर रहा था। ऐसे में दोनों के साथ रहने में आड़े आ रहे बच्चों को हटाया जाना अब उन्हें जरूरी लगने लगा था। गुरुवार तड़के प्रियंका बच्चों को ननिहाल ले जाने कहकर साथ लेकर अकेले घर से निकली। उसके इसी फैसले को लेकर साजिश का आशंका जताई जा रही है।
देवर बच्चों को रास्ते से हटाने के लिए कह रहा था
बच्चों को कहां पता था कि उन्हें मारने की योजना पहले ही बन चुकी थी। सूत्रों की मानें, तो प्रियंका को आशीष लगातार बच्चों को रास्ते से हटाने के लिए कह रहा था। इसी के तहत साजिश रच कर यह घटना अंजाम दी गई। इस सब के बीच देवर से प्रेम प्रसंग की बात भी खुल गई है। जिसे परिजन अभी तक छिपाने की कोशिश कर रहे थे।
बच्चों के चाचा ने दर्ज कराया मुकदमा
तीन बच्चों की हत्या व चौथे बच्चे को जान से मारने के प्रयास में पुलिस ने आरोपी मां प्रियंका समेत उसके साथ रह रहे चचेरे देवर आशीष सविता के खिलाफ देर शाम सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया। पूरे मामले में मासूम बच्चों के चाचा इटावा जनपद के थाना बसरेहर गांव लुहिया निवासी मनीष की ओर से तहरीर दी गई।
एसपी ने देर शाम तक पूरे मामले को पहुंचा दिया मुकाम तक
पुलिस अधीक्षक चारू निगम ने बताया कि प्रियंका समेत उसके साथ रह रहे चचेरे देवर आशीष के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रियंका ने जहां घटना को कारित किया है। वहीं आशीष षड़यंत्र में शामिल है। परिजनों से हुई पूछताछ में सामने आया है कि एक माह से लगातार चचेरे देवर व प्रियंका के बीच विवाद हो रहा था। आशीष कुछ खास कमाता नहीं था।
प्रियंका ने परिजन को फोन कर दी थी चेतावनी
ऐसे में वह बच्चों को मायके में छोड़ आने के लिए प्रियंका से कहता था। वहीं मार देने के लिए भी कहता था। प्रियंका ने इसे लेकर परिजनों को भी बताया था। गुरुवार सुबह भी प्रियंका ने परिजन को फोन करते हुए स्वयं व बच्चों को खत्म कर देने की चेतावनी दी थी।
प्रियंका व आशीष हिरासत में हैं
बच्चों के चाचा मनीष की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर रिपोर्ट लिखी गई है। शव के पोस्टमार्टम कराए जा रहे हैं। संभवता डूबने से बच्चों की मौत हो जाने की बात सामने आएगी। जहां तक प्रियंका के द्वारा कुछ खिलाए जाने की बात है। यह भी स्पष्ट हो जाएगी। प्रियंका व आशीष हिरासत में है। दोनों को जेल भेजा जाएगा।