कुकरैल रिवर फ्रंट के दायरे में आए अवैध निर्माणों के खिलाफ सोमवार से दोबारा शुरू हुए ऑपरेशन क्लीन के तहत मंगलवार को अकबरनगर द्वितीय में बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई। दोनों शिफ्टों में छोटे-बड़े करीब 105 मकान ध्वस्त कर दिए गए। इससे अकबरनगर द्वितीय का 40 फीसदी हिस्सा मैदान हो गया। पहली शिफ्ट की कार्रवाई के दौरान किसी ने मस्जिद तोड़ने की अफवाह फैला दी। इससे भीड़ एकत्रित हो गई, जिसे खदेड़ने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।

अकबरनगर द्वितीय में मंगलवार को सुबह 7:10 बजे से पोकलेन व जेसीबी से मकानों को धराशायी करने का सिलसिला शुरू हुआ, जो देर रात तक जारी रहा। पहली शिफ्ट में संयुक्त सचिव सुशील प्रताप सिंह, ओएसडी शशिभूषण पाठक, एक्सईएन संजीव कुमार गुप्ता व उपसचिव माधवेश कुमार और दूसरी शिफ्ट में अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा, ओएसडी देवांश त्रिवेदी, रोहित सिंह की मौजूदगी में कार्रवाई हुई।

पहली शिफ्ट के दौरान सुबह 11:30 बजे अतिक्रमण विरोधी दस्ता मस्जिद से सटे छोटे मकानों को तोड़ रहा था। इसी बीच कुछ शरारती तत्वों ने इसका वीडियो बनाकर व फोटो लेकर मस्जिद तोड़े जाने की बात कहते हुए मैसेज व्हाट्सएप पर वायरल कर दिया। इसके करीब 25 मिनट में ही निशातगंज सहित आसपास की मस्जिदों से छह-सात मौलाना अन्य लोगों के साथ मौके पर पहुंच कर हंगामा करने लगे। अभियंताओं की टीम ने आश्वस्त किया कि मस्जिद को नहीं तोड़ रहे हैं, लेकिन मौलाना बात सुनने को तैयार नहीं थे। सूचना पर फोर्स के साथ पहुंचीं डीसीपी मध्य रवीना त्यागी ने लाठियां फटकार कर हंगामा करने वालों को खदेड़ना शुरू किया। हंगामा करने वालों की तादाद धीरे-धीरे बढ़ने लगी तो फोर्स ने लाठीचार्ज कर लोगों को तितर-बितर किया। इसके बाद सभी मौलानाओं को बुलाकर पूरे घटनाक्रम की सही जानकारी दी गई।

अकबरनगर से ही निपटा रहे जरूरी फाइलें
अकबरनगर में सुबह से देर रात तक ध्वस्तीकरण अभियान के चलते एलडीए, नगर निगम एवं पुलिस की जरूरी फाइलें यहीं से निपटाई जा रही हैं। इसके लिए यहां अस्थायी कार्यालय बनाया गया है। एलडीए वीसी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त डॉ. इंद्रजीत सिंह, डीसीपी मध्य रवीना त्यागी अवैध निर्माण ढहाने की कार्रवाई के साथ विभागीय कार्य भी यहीं से निपटा रही हैं। दरअसल, ये अफसर यहां सुबह 6:45 बजे ही पहुंच जाते हैं और यहां से लौटने में देर रात हो जाती है।

मस्जिद के पास घर तोड़ने पर फैलाई अफवाह
अकबरनगर में शांतिपूर्वक चल रही कार्रवाई में अवरोध उत्पन्न करने के लिए कुछ अराजकतत्वों ने मस्जिद तोड़ने की अफवाह फैला दी। इससे आसपास के मौलाना पहुंच कर विरोध करने लगे। जबकि मस्जिद के पास स्थित छोटे से घर को तोड़ा जा रहा था। मस्जिद के मौलाना से पहले ही बातचीत हो चुकी थी कि जब तक उसे खाली नहीं किया जाएगा तब तक कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। – डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी, एलडीए

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