शनिवार को लखनऊ में सेवानिवृत आईएएस की पत्नी की हत्या हो गई थी। हत्या के बाद लूटपाट भी हुई थी। रविवार को उन संदिग्ध हत्यारों का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इस फुटेज में दोनों संदिग्ध एक स्कूटी से जाते हुए दिख रहे हैं। इनमें से एक ने हेलमेट लगा रखा है तो दूसरे ने नहीं। वारदात को अंजाम देने के बाद यह कैंट की तरफ भाग गए थे।
सेवानिवृत्त आईएएस देवेंद्र दुबे की पत्नी मोहिनी की हत्या करने वाले बदमाश सोसाइटी के बाहर घात लगाए बैठे रहे। जैसे ही देवेंद्र कार से ड्राइवर के साथ वहां से निकले वैसे ही बदमाश सोसाइटी में दाखिल हो गए। सीधे उनके घर गए और घटना को अंजाम दिया।
सुबह करीब 7 बजे देवेंद्र घर से निकले थे। उनके निकलने के करीब दस मिनट बाद 7:10 बजे दूधिया इमरान देवेंद्र के घर दूध लेने आया था। दूधिये के मुताबिक मोहिनी ने उससे दूध लिया और घर के भीतर चली गईं। मतलब तब तक सबकुछ ठीक था। दूधिये के जाते ही तुरंत तकरीबन 7:15 बजे बदमाश उनके घर पर पहुंच गए। पुलिस सूत्रों के मुताबिक सुबह करीब 8 बजे बदमाश घर से बाहर निकले। साफ है कि तकरीबन 45 मिनट तक बदमाश भीतर रहे। इसी दौरान उन्होंने मोहिनी की हत्या की और जेवरात आदि लूटे।
पुलिस के मुताबिक किचन में दूध रखा हुआ था। गैस जल रही थी। अंदेशा है कि जब मोहिनी दूध गर्म करने किचन में पहुंची और गैस जलाई थी उसी दौरान बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया। इससे गैस जलती रह गई।
दूसरी पत्नी थीं मोहिनी, चलाती थीं एनजीओ
देवेंद्र की पहली पत्नी मीना की 2004 में मौत हो गई थी। 2007 में उन्होंने कैंट सदर निवासी मोहिनी से दूसरी शादी की। मोहिनी महिला सशक्तीकरण संंबंधी एनजीओ चलाती थीं। देवेंद्र 2009 में सेवानिवृत्त हुए थे। देवेंद्र के पहली पत्नी से दो बेटे हैं। जिसमें बड़ा बेटा प्रांजल है। जो परिवार के साथ नोएडा में रहते हैं। पिता के दूसरी शादी करने के बाद से एक तरह से उन्होंने खुद को अलग कर लिया था। पिता से मतलब नहीं रखते हैं। वहीं छोटा बेटा प्रतीक तकरोही में रहते हैं। एसीपी गाजीपुर के मुताबिक देवेंद्र ने प्रतीक को बेदखल किया हो। वह शराब के लती हैं। मोहिनी से कोई भी उनको बच्चा नहीं है।
घर में काम करते थे आठ लोग, शनिवार को छुट्टी पर थी मेड
देवेंद्र के घर पर आठ कर्मचारी काम करने आते थे। इसमें ड्राइवर अखिलेश व उसका भाई रवि के अलावा इंद्रपाल, सुनीता, सुनीता कुमारी, संजू, संजू कुमार, एक सफाईकर्मी शामिल हैं। मेड शनिवार को छुट्टी पर थी। अखिलेश के न आने की वजह से रवि कार से देवेंद्र को लेकर गोल्फ के लिए ले गया था। पुलिस इन सभी से पूछताछ कर रही है। सभी की लोकेशन पता करने के साथ साथ कॉल डिटेल आदि खंगाल रही है।
देवेंद्र ने जेवर गायब होने की बात कही लेकिन जेवरात कितने के हैं, ये नहीं बता सके हैं। वह मोहिनी की मौत से सदमे में हैं। इसलिए कुछ ज्यादा बता नहीं सके हैं। अब जब बदमाश पकड़े जाएंगे तब ये साफ हो सकेगा कि लूट कितने की थी। वहीं मोहिनी ने जेवरात पहने थे उनमें से सिर्फ हीरे की अंगूठी बदमाश ले गए हैं। पांच लाख रुपये की ये अंगूठी कुछ महीने पहले देवेंद्र ने मोहिनी को गिफ्ट की थी।
कभी भी गेट खुला नहीं छोड़ती थीं
परिवार वालों ने बताया कि जब भी देवेंद्र घर से बाहर जाते थे मोहिनी तुरंत घर के सभी दरवाजाें को बंद कर लेती थीं। अगर कोई आता भी था तो तस्दीक करने के बाद ही वह दरवाजा खोलती थीं। साफ है कि कोई परिचित आया। तभी मोहिनी ने दरवाजा खोला।