हमारी सरकार बनी तो पूर्वांचल को अलग राज्य का दर्जा दिया जाएगा। हम बात नहीं करके दिखाते हैं। बसपा सरकार में सुरक्षा व्यवस्था का यह आलम था कि मैंने अपनी सरकार में अपने ही एमपी को आवास पर बुलाकर पुलिस से गिरफ्तार करवाया था। बसपा ने सारे समाज को भागीदारी दिया है, मुझे भरोसा हो गया है कि इस चुनाव में आपके सहयोग से जबरदस्त सफलता मिलेगी।
यह बातें रविवार को मुहम्मदाबाद गोहना तहसील के नार्मल के मैदान में बसपा प्रत्याशी के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कही। उन्होंने मुहम्मदाबाद गोहना से घोसी लोकसभा के अलावा आजमगढ़, लालगंज, बलिया, सलेमपुर सीट पर निशाना साधा। इस दौरान पांचों सीटों के प्रत्याशी मंच पर रहे।
करीब 45 मिनट के भाषण में मायावती ने सबसे पहले निशाना कांग्रेस पर साधा। कहा कि कांग्रेस की गलत नीतियों से कांग्रेस और सहयोगी पार्टी अब सत्ता से बाहर हैं। इसके बाद भाजपा को निशाना बनाते हुए कहा कि जातिवादी संकीर्णवादी और धर्मवादी राजनीति के चलते इस बार भाजपा भी सत्ता में नहीं आएगी, भाजपा ने किए वादे पुरा नहीं किया। बड़े पूंजीपतियों और धन्नासेठों को मालामाल किया।
सभी पार्टियों ने पूंजीपतियों से चुनावी चंदा लिया और जनता का पैसा की बंदरबांट किया। जबकि बसपा ने किसी पूंजीपति से एक पैसा चंदा नहीं लिया। मायावती ने कहा कि भाजपा जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही है, कांग्रेस की तरह भाजपा सरकार गरीबों, अल्पसंख्यकों का शोषण कर रही है।
मायावती ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार आपको फ्री में राशन देकर आपका वोट लेना चाहती है। भाजपा के झांसे में आने की जरूरत नहीं है। देश की जनता केंद्र सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के चलते बदहाल है, उनकी गलत नीतियों के चलते गरीबों की संख्या बढ़ गई है। विरोधी पार्टियों ने हवा- हवाई घोषणा पत्र लाकर दलित वोट को भ्रमित कर रही है।
कहा कि केंद्र में बसपा की सरकार बनने पर गरीबों, अल्पसंख्यकों और सर्व समाज के लिए सम प्रभावी नीतियां बनाई जाएंगी। सरकार बनने पर दलित, अल्पसंख्यक की सुरक्षा और उन्नति के लिए योजनाएं लागू की जाएंगी। हमारी सरकार बनी तो पूर्वांचल राज्य बनाया जाएगा। गरीबों के लिए जो मुक्त राशन दिया जाता है, वह जनता द्वारा दिए गए टैक्स के पैसे से राशन दिया जाता है।
सपा पर निशाना साधते हुए पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि जब समाजवादी पार्टी सत्ता में थी तो दलित वर्ग का आरक्षण समाप्त कर दिया था। कहा कि प्राइवेट सेक्टर में बड़े पूंजीपतियों के चलते आरक्षण नहीं दिया जा रहा है। अल्पसंख्यक समाज के खिलाफ केंद्र सरकार तमाम हथकंडे अपनाती है। भाजपा सरकार में महंगाई और बेरोजगारी बढ़ गई है। विरोधी पार्टियां दलितों को गुमराह कर रही हैं। घोषणा पत्र को कोई भी पार्टी लागू नहीं करती है। उत्तर प्रदेश में चार बार बसपा की प्रदेश में सरकार बनी थी। इस दौरान दलितों, गरीबों, अल्पसंख्यकों और मजदूरों के लिए सैकड़ों कल्याणकारी योजनाएं चलाई गई थीं।