वृंदावन के श्रीबांके बिहारी मंदिर में निजी सुरक्षाकर्मियों ने दो संदिग्ध युवकों को दबोच लिया। उन्हें पुलिस के सुपुर्द किया गया। यहां पूछताछ में कहानी कुछ अलग ही निकलकर सामने आई। युवकों ने बताया कि फेसबुक पर एक युवती से दोस्ती हुई। वो बांके बिहारी के दर्शन के लिए आती है। इसलिए उसने यहां मिलने बुलाया था।
रविवार की सुबह मोहिनी एकादशी पर्व पर श्रद्धालुओं की मंदिर में अच्छी खासी भीड़ थी। इसी बीच मंदिर के सुरक्षाकर्मियों को भीड़ के बीच में दो युवक संदिग्धावस्था में खड़े दिखाई दिए। इस पर सतर्कता बरतते हुए दोनों युवको को दबोचकर मंदिर के कंट्रोल रूम में ले गए। यहां पूछताछ में युवकों ने चौंकाने वाली बात बताई।
पकड़े गए युवक इंतजार उर्फ गोलू पुत्र अबरार ने बताया कि उसकी दोस्ती फेसबुक के जरिए करीब चार साल पहले लखनऊ की रहने वाली हिंदू युवती से हुई थी। युवती लगातार ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर दर्शन करने आती है। इंतजार ने बताया कि बातचीत में युवती ने उससे कहा कि पहले वह बिहारी जी के दर्शन करने आए।
इंतजार के अनुसार युवती के कहने पर वह अपने साथी राजा पुत्र फहीम के साथ वृंदावन दर्शनों के लिए आया था। उसी वक्त सुरक्षाकर्मियों ने दोस्त के संग उसे दबोच लिया। वहीं पुलिस ने जब उसकी तलाशी ली तो उसके कब्जे से तीन पर्स बरामद किए गए। बहरहाल पुलिस ने दोनों युवकों के मोबाइल फोन जब्तकर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक पकड़े गए युवक जेबकट भी हो सकते हैं। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है। एएसपी/सीओ सदर कुंवर आकाश सिंह ने बताया कि फिलहाल पूछताछ जारी है। पूछताछ के बाद सबकुछ सामने आ जाएगा।