बसपा सुप्रीमो मायावती के उत्तराधिकारी और को पार्टी ऑर्डिनेटर आकाश आनंद की चुनावी रैलियां बिना कारण बताए रद्द कर दी गई हैं।
उनके खिलाफ सीतापुर में आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया था। उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान बयान दिया था कि ये आतंकवादियों की सरकार है।
सूत्रों के अनुसार, इसी कारण वो चुनाव प्रचार से पीछे हट गए हैं। मुकदमा दर्ज होने के बाद वह दिल्ली लौट गए और बिना कारण बताए उनकी चुनावी रैलियां रद्द कर दी गई हैं।
बसपा यूपी की सभी लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ रही है। कई जगह पार्टी कड़ी टक्कर में हैं। चुनाव विश्लेषक मानते हैं पार्टी कई सीटों पर जीत का परचम फहरा सकती है। 2019 के चुनाव में बसपा ने सपा के साथ गठबंधन किया था और यूपी में 10 सीटों पर जीत हासिल की थी।
बसपा के मेवालाल गौतम का कहना है कि आकाश आनंद के अन्य कार्यक्रम हैं। अन्य राज्यों की जिम्मेदारी भी है। कल पीटीआई से बातचीत की है। इसके एक दिन पहले, 15 देशों के पार्टी समर्थकों के साथ वीसी की है।