पूर्व सांसद धनंजय सिंह 58 दिन बाद जेल से रिहा होने के बाद गुरुवार को जौनपुर जिले के कालीकुत्ती स्थित अपने आवास पहुंचे। समर्थकों ने बैंड बाजे के साथ उनका स्वागत किया। आवास पहुंच कर मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि हाथी से सिर्फ उनको फायदा नहीं बल्कि उनके समर्थकों से हाथी को भी फायदा है। उन्होंने सपा और भाजपा के प्रत्याशियों को बाहरी बताते हुए कहा कि दोनों नेताओं का जौनपुर की जनता से कोई सरोकार नहीं है।
धनंजय सिंह ने कहा कि वो चुनाव न लड़ने पाएं इसलिए उनके खिलाफ घेराबंदी की गई। ऐसे साल 2002-03 में भी हुआ था। उस समय भी उनके खिलाफ एक महीने में 10 से 12 मुकदमे दर्ज कराए गए थे। उन्होंने सपा प्रत्याशी बाबू सिंह कुशवाहा और भाजपा प्रत्याशी कृपाशंकर सिंह को बाहरी बताया।
पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने कहा कि जौनपुर शहर की राजनीति तीन किलोमीटर की है। जबकि जिला 100 किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला है। दोनों नेताओं का जनता से कोई सरोकार नहीं है। अपनी पत्नी श्रीकला सिंह की सराहना करते हुए कहा कि इतनी चुनौतियों में भी उन्होंने चुनाव लड़ने का फैसला लिया, यह काबिले तारीफ है। श्रीकला राजनीति में कोई नई नहीं हैं, वो पिछले तीन वर्षों से जिला पंचायत अध्यक्ष हैं और उनका कार्यकाल भी पहले की अपेक्षा अच्छा चल रहा है।
धनंजय ने कहा कि जिस मामले में उन्हें सजा हुई उसमें उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई थी। उन्होंने कहा कि उस संस्था का काम कैसा है, यह सबके सामने है। उन्होंने जौनपुर की जनता और समर्थकों को धन्यवाद दिया।