हमीरपुर में यूपी बोर्ड दसवीं की परीक्षा में फेल होने से दुखी होकर एक छात्र ने खुद को आग के हवाले कर दिया। इससे वह 80 फीसदी से अधिक झुलस गया। उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। शनिवार को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।
हमीरपुर के राठ थाना के मसगुवां गांव निवासी अमरचंद्र अहिरवार राठ का बेटा साहित्य (15) अमगांव के पियासेन स्कूल में पढ़ता था। परिजनों ने बताया कि साहित्य ने यूपी बोर्ड से दसवीं की परीक्षा दी थी। 20 अप्रैल को रिजल्ट जारी हुआ। इसमें साहित्य फेल हो गया। इससे वह दुखी हो गया और गुमशुम रहने लगा। पिता अमरचंद्र 22 अप्रैल को बाहर गए थे। मां प्रेमवती खेत पर थीं। साहित्य घर पर अकेला था।
कुछ देर बाद साहित्य के चीखने-चिल्लाने पर पड़ोस के लोग जब अंदर पहुंचे तब साहित्य आग की लपटों में घिरा था और बचाने की गुहार लगा रहा था। किसी तरह पड़ोसियों ने आग बुझाई। तब तक साहित्य गंभीर रूप से झुलस चुका था। परिजन उसे लेकर पहले उरई मेडिकल कॉलेज पहुंचे। यहां उसकी हालत नाजुक देखकर डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज झांसी रेफर कर दिया। यहां उसे बर्न वार्ड में भर्ती कर लिया गया। उपचार के दौरान साहित्य की शनिवार को मौत हो गई।
साहित्य की मौत के बाद घर में मातम का माहौल है। वह अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसकी बड़ी बहन सुमन जीएनएम का कोर्स कर रही है जबकि छोटी बहन गुनगुन पढ़ रही है। इकलौते बेटे की मौत के बाद पिता और मां सदमे में हैं। दोनों का रो-रोकर बुरा हाल है।