माफिया मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर उसको शेर-ए-पूर्वांचल बता आपत्तिजनक व्हाट्सएप स्टेटस लगाने वाले सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। चुनाव आयोग की अनुमति के बाद डीसीपी नॉर्थ ने कार्रवाई की। उसके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू की गई है।
बांदा जेल में 28 मार्च को दिल का दौरा पड़ने से माफिया मुख्तार अंसारी की मौत हो गई थी। इसको लेकर माफिया को शेर बताते हुए बेहद आपत्तिजनक बातें लिखकर बीकेटी थाने में तैनात सिपाही फयाज खान ने 31 मार्च की दोपहर 03:18 बजे व्हाट्सएप पर दो स्टेटस लगाए थे। जिसमें लिखा था… जिंदा रहेगा वो तो दिलों में आवाम के, दिल न उसकी मौत पे रंजो मलाल कर। हिम्मत नहीं थी सामने आकर लड़े कोई। धोखे से मारा शेर को पिंजरे में डालकर… अलविदा शेर-ए-पूर्वांचल।
वहीं, दूसरा स्टेटस बेहद आपत्तिजनक था। सोशल मीडिया पर इसके स्क्रीन शॉट वायरल हो गए थे। जिसको संज्ञान में लेकर सिपाही पर कार्रवाई करने के लिए चुनाव आयोग से पुलिस ने अनुमति मांगी थी। डीसीपी नॉर्थ अभिजीत आर शंकर ने बताया कि आयोग से अनुमति मिल गई है। जिसके बाद सिपाही फयाज खान को निलंबित किया गया है। विभागीय जांच एसीपी बीकेटी को सौंपी गई है। जांच पूरी होने के बाद उस पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
बीमार चल रहे जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की तबीयत 28 मार्च की रात अचानक बांदा जेल में बिगड़ गई थी। सूचना मिलते ही जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल, एसपी अंकुर अग्रवाल कई थानों की पुलिस फोर्स के साथ मंडलीय कारागार पहुंचे थे। इसके बाद मुख्तार को एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। बताया गया कि मुख्तार को दिल का दौरा पड़ा है। रात में अस्पताल में उसका निधन हो गया था।