कांग्रेस ने रविवार को इलाहाबाद लोकसभा क्षेत्र से पूर्व मंत्री उज्जवल रमण सिंह को उम्मीदवार घोषित कर दिया है। वह दो अप्रैल को सपा से कांग्रेस में शामिल हुए थे। अब सपा- कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में हैं। यहां से भाजपा ने विधानसभा अध्यक्ष व पूर्व राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी के बेटे नीरज त्रिपाठी को मैदान में उतारा है।
सपा और कांग्रेस में गठबंधन है। कांग्रेस को 17 सीटें मिली हैं। पार्टी 14 सीटों पर पहले ही उम्मीदवार उतार चुकी है। रविवार को 15वें उम्मीदवार के तौर पर इलाहाबाद लोकसभा सीट से पूर्व मंत्री उज्जवल रमण सिंह के नाम की घोषणा की गई। उज्जवल करछना से दो बार विधायक रहे और मुलायम सरकार में पर्यावरण मंत्री रह चुके हैं। इनके पिता रेवती रमण सिंह सात बार विधायक और 2004 से 2014 तक इलाहाबाद से सांसद और 2016 से 2022 तक राज्यसभा सदस्य रहे हैं।
कांग्रेस को गठबंधन में मिली 17 सीटों में रायबरेली और अमेठी छोड़कर अन्य सभी पर उम्मीदवार उतारे जा चुके हैं। ऐसे में अब लोगों की निगाह इन दोनों सीटों पर लगी हैं। देखना यह है कि इन दोनों सीटों पर परिवार का कोई सदस्य मैदान में उतरता है अथवा पार्टी के दूसरे नेताओं को मौका मिलता है।