सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का एक पत्र वायरल हो रहा है, जिससे पता चलता है कि मुरादाबाद से सांसद एसटी हसन को ही सपा पुनः अपना प्रत्याशी बनाना चाहती थी। सपा के सूत्रों का कहना है कि समय से यह पत्र रिटर्निंग ऑफिसर को न पहुंच पाने के कारण एसटी हसन का पर्चा खारिज हो गया। सपा ने 24 मार्च को एसटी हसन के लिए फॉर्म ए व बी जारी किया था। वहीं, 26 मार्च को एसटी हसन के स्थान पर रुचि वीरा को अपना प्रत्याशी घोषित करते हुए फॉर्म ए व बी जारी किया। 27 मार्च को पुनः रुचि वीरा के स्थान पर एसटी हसन को सिंबल देते हुए आयोग से उन्हें ही साइकिल चुनाव चिह्न देने का अनुरोध किया गया था, लेकिन यह पत्र आयोग तक नहीं पहुंच पाया।
मेरठ से अतुल प्रधान का टिकट कटने की चर्चा
सपा जातीय समीकरणों को देखते हुए मेरठ में भी अपना प्रत्याशी बदल सकती है। सपा सूत्रों के मुताबिक, मेरठ से अतुल प्रधान के स्थान पर पूर्व मेयर सुनीता वर्मा को टिकट दिया जा सकता है। सुनीता वर्मा पूर्व विधायक योगेश वर्मा की पत्नी हैं। सपा के रणनीतिकारों का मानना है कि जाटव जाति की सुनीता वर्मा को मैदान में उतारने से दलित वोट भी अच्छी खासी संख्या में मिलेगा। दलित और मुस्लिम समीकरण उन्हें जीत की ओर बढ़ाएगा। सूत्रों के मुताबिक, सुनीता वर्मा की बातचीत सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से हो चुकी है। जबकि, अतुल प्रधान भी बुधवार की देर शाम नेतृत्व से बातचीत के लिए जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट में जमे हुए थे।
सपा अल्पसंख्यक सभा ने लोकसभावार सौंपी जिम्मेदारी
समाजवादी अल्पसंख्यक सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मो. इकबाल खां कादरी ने चौधरी चौथे चरण के चुनाव के लिए अपने पदाधिकारी नामित कर दिए हैं। शाहजहांपुर में शफीकुर्रहमान व जमील अहमद, खीरी चौधरी आमिर खान, धौरहरा डॉ सैय्यद काशिफ व तौफीक खान, सीतापुर मो. जुबेर व अब्दुल लतीफ, हरदोई अहमर खान, मिश्रिख इकबाल मंसूरी, उन्नाव फैसल रहमान सफवी व अतीक अहमद, फर्रुखाबाद एहसान मोहम्मद, इटचालवा मो. नौमान आलम व हमीद पहलवान, कन्नौज फिरदौस आलम खान, कानपुर नगर में राजेंद्र सिंह नीटा व डॉ. निसार अहमद सिद्दीकी और अकबरपुर में फरीद अहमद को जिम्मेदारी दी गई है।