भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि रालोद अध्यक्ष जयंत सिंह भाजपा के साथ ही हैं, अब उन्हें किसानों का फैसला करा देना चाहिए। अगर वह किसानों का फैसला नहीं करा पाए तो नुकसान होगा। सरकार भी समझ लें कि सिर्फ भारत रत्न देने से काम नहीं चलेगा, अन्नदाता की समस्याओं का समाधान करना होगा।
पंजाब में चल रहे घटनाक्रम पर बुधवार को पूछे गए सवाल पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाकियू अध्यक्ष ने कहा कि जयंत सिंह भाजपा के साथ गए थे। अब उन्हें देश के किसानों की समस्याओं का समाधान कराने के लिए आगे आना चाहिए। अगर वह समाधान नहीं करा पाए तो बात उल्टी भी पड़ सकती है।
उन्होंने कहा कि 16 फरवरी को किसान लॉकडाउन है। पूरे देश का किसान एक है। सरकार पंजाब या हरियाणा के किसानों को अकेला समझने की भूल न करें। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने के सवाल पर टिकैत ने कहा कि सिर्फ भारत रत्न से किसानों का काम नहीं चलेगा। गन्ने का मुद्दा, एमएसपी और अन्य मुद्दे हैं। सरकार को यह समझना चाहिए कि किसान ही देश का पेट भरता है। किसान आंदोलन से पीछे हटने वाले नहीं है। पूरे देश के किसानों की निगाह दिल्ली पर है।
भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि देश के वर्तमान हालात और किसानों की समस्याओं पर 17 फरवरी को सिसौली में मंथन किया जाएगा। किसान भवन पर भाकियू की मासिक पंचायत होगी, जिसमें भविष्य की रणनीति तय की जाएगी।