यूपी के कानपुर स्थित महोबा जिले की सीमा से सटे मध्यप्रदेश के कस्बा नौगांव स्थित शराब फैक्टरी में दो श्रमिकों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई जबकि तीन की हालत गंभीर है। जिन्हें सीएचसी नौगांव से जिला अस्पताल छतरपुर रेफर किया गया है। पुलिस कमरे में वेंटिलेशन व्यवस्था न होने से दम घुटने या अत्यधिक शराब पीने से मौत की आशंका जता रही है। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद भी मौत के सही कारण स्पष्ट हो सकेंगे।
पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश के कस्बा नौगांव में शराब फैक्टरी जेकपिन बेवरीज कॉक्स डिस्लरी स्थित है। यहां काम करने वाले श्रमिकों के कमरे का दरवाजा मंगलवार की सुबह 10 बजे तक नहीं खुला। अन्य कर्मचारियों ने कुंडी बजाते हुए आवाज लगाई लेकिन कोई आहट नहीं मिली। तब मामले की सूचना मैनेजर व पुलिस को दी गई।
मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़कर देखा तो एक श्रमिक बाथरूम में और एक आगे के कमरे में अचेत पड़ा था जबकि तीन बिस्तर पर लेटे थे। सभी श्रमिकों को बाहर निकालकर इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र नौगांव पहुंचाया गया। जहां बिहार प्रांत के जनपद गोपालगंज के खरौनी गांव निवासी पवन कुमार (30) व साथ में काम करने वाले प्रकाश (27) को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया जबकि धीरेंद्र कुमार, नितिन और बृजेश की हालत नाजुक होने पर उन्हें जिला अस्पताल छतरपुर रेफर किया गया।
फैक्टरी के मैनेजर वीरेंद्र भदौरिया ने बताया कि पांच मजदूरों ने मकर संक्रांति त्योहार को लेकर घर जाने के लिए छुट्टी ली थी। मंगलवार को उन्हें बिहार जाना था। सोमवार की रात सभी ने मेला देखा और रात में पार्टी की थी। सूचना मिलते ही पुलिस व आबकारी विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंच निरीक्षण किया। एसडीओपी नौगांव चंचलेश मारकम का कहना है कि कमरे में वेंटिलेशन नहीं था। ऐसे में दम घुटने या फिर रात में हुई पार्टी में अधिक शराब पीने से मौत हो सकती है। मामला संदिग्ध है। जांच के बाद ही सही कारण सामने आएगा।