बसपा की ओर बढ़ रहे कांग्रेस के हाथ में सपा को भाजपा की साजिश नजर आ रही है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि इंडिया की बैठक में कभी इस तरह की कोई बात ही नहीं हुई। उन्होंने कहा कि भाजपा तमाम तरीकों से विपक्षी गठबंधन को कमजोर करने के लिए अभियान चला रही है। इस तरह की बातें भाजपा की इसी रणनीति का हिस्सा हो सकती हैं।
अखिलेश यादव प्रदेश सपा मुख्यालय पर सोमवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे। यूपी कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडेय ने रविवार को मीडिया से कहा था कि इंडिया गठबंधन में बसपा समेत अन्य समान विचार वाले दलों को लाने के प्रयास चल रहे हैं। इस पर अखिलेश से सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की बैठक में इस तरह की कोई बात होती तो उनकी जानकारी में जरूर होती। भाजपा गठबंधन को कमजोर करने के लिए चारों तरफ से आक्रमण कर रही है। किसी का नाम लिए बिना अखिलेश ने कहा कि कुछ लोगों से भाजपा इस तरह के बयान कहलवा रही है।
उधर, राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस नेताओं की इसी सप्ताह बसपा के एक प्रभावशाली नेता से मुलाकात होने की संभावना है। कुल मिलाकर कांग्रेस यूपी में बसपा से गठबंधन की अधिक इच्छुक बताई जा रही है। वहीं, सपा सूत्रों का कहना है कि पिछले लोकसभा चुनाव में बसपा के साथ गठबंधन का सपा को कोई फायदा नहीं हुआ था। बसपा अपने परंपरागत वोटों को सपा प्रत्याशियों के पक्ष में ट्रांसफर नहीं करवा पाई थी।
केशव के बयान पर शिवपाल का पलटवार
इंडिया गठबंधन में बसपा को लाए जाने की चर्चाओं के बीच उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और सपा महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने भी तीर चलाए हैं। केशव ने एक्स के जरिये कहा कि कांग्रेस से बुआ हाथ न मिला लें, कहीं इसलिए तो बबुआ परेशान नहीं हैं। इस पर शिवपाल ने जवाब देते हुए कहा कि केशव की संगठन और सरकार में तो चल नहीं रही है, इसलिए संगठन और सरकार के दायित्व से इतर बहुत पैनी नजर रख रहे हैं। कहीं भाजपाई दंगल में बाहर कर दिए जाने की वजह से ””””दल और दिल”””” बदलने का उनका इरादा तो नहीं है।
फ्लाई ओवर से दिक्कत तो चलवा दें बुलडोजर
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि सपा शासन में लखनऊ में बसपा कार्यालय के सामने बने फ्लाईओवर से मायावती को खतरा है तो वे केंद्र को पत्र लिखकर इसे बुलडोजर से ढहवा दें। अखिलेश ने यह बात मायावती के उस एक्स पर दी, जिसमें उन्होंने इस फ्लाईओवर को सपा सरकार में हुए दलित विरोधी कृत्यों में से एक बताया है। इस संबंध में किए गए सवाल के जवाब में अखिलेश ने कहा कि ट्रैफिक की जरूरतों को देखते हुए उनकी सरकार में इस पुल का निर्माण हुआ था। हालांकि, तब भी कुछ लोगों ने इसके निर्माण को रुकवाने की कोशिश की थी। डिफेंस और रेलवे की एनओसी लेकर इस पुल का निर्माण करवाया गया, जिसमें सभी मानकों का ध्यान रखा गया था। इसके उद्गघाटन के मौके पर पूर्व सीएम नारायण दत्त तिवारी भी मौजूद रहे थे।