इस्राइल में श्रमिकों के संकट को दूर करने के लिए उत्तर प्रदेश से 10 हजार श्रमिक भेजे जाने हैं। इसके लिए आगरा से 50 श्रमिकों ने जाने के लिए अपनी मंजूरी श्रम विभाग को दी है। इनका जल्द ही दिल्ली में साक्षात्कार होगा। अंग्रेजी का ज्ञान और काम में प्रवीण श्रमिक को एक लाख 34 हजार रुपये महीना मिलेगा।
हमास के हमलों के बाद इस्राइल में काफी नुकसान हुआ है। इस्राइल ने सभी फलिस्तीनियों के वर्क परमिट भी निरस्त कर दिए हैं। इससे श्रमिकों का संकट हो गया है। सहायक श्रमायुक्त प्रवीन चंद्रा ने बताया कि पहले हमें श्रमिकों को फोन कर इस्राइल जाने के लिए कहना पड़ रहा था। अब श्रमिक खुद आगे आ रहे हैं। श्रमिक की उम्र 21 से 45 साल तक होनी चाहिए। उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के पोर्टल पर पंजीकृत 777 श्रमिक जनपद में हैं। पीएमओ ऑफिस से आखिरी तारीख अब तक नहीं आई है।