अलीगढ़ में छर्रा के अतरौली मार्ग पर गांव भुडिया-रामपुर के बीच 15 दिसंबर शाम दो बाइकें आमने-सामने से टकरा गई और इस हादसे में मां-बेटे सहित तीन लोगों की मौत हो गई। हादसे में दो भाई गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए जेएन मेडिकल कॉलेज अलीगढ़ भिजवा गया है। हादसे में मरने वालों में रीना (40) पत्नी पप्पू, उनका पुत्र सचिन (18) निवासी गांव ईशेपुर हाथरस और दूसरी बाइक पर सवार अरमान (23) पुत्र शमशाद मोहल्ला ढेडी नीम ब्राहमणपुरी अतरौली के रहने वाले थे। घायलों में अब्दुल्ला (20) व तयूब (22)पुत्र अफजाल भी अतरौली के इसी मोहल्ले के रहने वाले हैं।
हादसा शाम करीब सात बजे हुआ और उस वक्त रीना अपने बेटे के साथ बाइक से गांव औरेनी स्थित अपनी ननद के यहां से हाथरस के गांव इशेपुर लौट रही थी। दूसरी बाइक पर सवार अरमान और उसके साथी छर्रा में एक शादी में शामिल होकर अतरौली लौट रहे थे। गांव भुडिया-रामपुर के बीच दोनों बाइकें टकरा गईं। गंभीर हालत में पांचों घायलों को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भेजा गया, जहां चिकित्सकों ने रीना, सचिन व अरमान को मृत घोषित कर दिया। तयूब व अब्दुला को गंभीरावस्था में जेएन मेडीकल रेफर कर दिया।
सात बहनों का अकेला भाई था सचिन
सूचना से दोनों के परिवार के लोग भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंच गए। हादसे दो परिवारों में मातम मच गया। मां के साथ हादसे में जान गंवाने वाला सचिन सात बहनों का इकलौता भाई और सबसे छोटा था। अरमान अपने माता पिता के अलावा एक भाई व दो बहनों रोता बिलखता छोड़ गया। पुलिस ने तीनों शवों को पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
तेज रफ्तार और यातायात नियमों की अनदेखी बनी हादसे की वजह
करीब छह माह पहले छर्रा-अतरौली मार्ग का निर्माण किया गया है। जिस जगह हादसा हुआ, वहां पुल है और मोड़ है। तेज रफ्तार और मोड़ की वजह से हादसा हुआ। इसके अलावा अरमान के अलावा एक बाइक तीन युवक सवार थे। यातायात नियमों की अनदेखी हादसे की वजह बनी, गिरने के बाद सिर में चोटें आई। यातायात नियमों की अनदेखी तीन जान ले गई। हेलमेट लगाए होते इनकी जान बच सकती थी।