सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार में विकास के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश लगातार पिछड़ता जा रहा है। सरकार के पास न तो प्रदेश की प्रगति का कोई दृष्टिकोण है और न ही इच्छाशक्ति है। सात वर्षों से लगातार सत्ता में रहने के बावजूद भाजपा सरकार ने अब तक जनहित में एक भी काम नहीं किया है। सिर्फ समाजवादी सरकार के कामों को ही अपना बता कर वाहवाही लेने की कोशिश कर रही है।
अखिलेश ने जारी बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश के विकास के लिए निवेशक सम्मेलन की नींव सपा सरकार में रखी गई थी। तब निवेश के तमाम एमओयू को जमीन पर भी उतारा गया। लखनऊ के चकगंजरिया में आईटी हब बना। एचसीएल कंपनी के साथ अन्य आईटी कम्पनियां भी यहां काम कर रही है। अमूल दूध का प्लांट लगा। नौजवानों को तमाम नौकरियां मिलीं। अनेक फिल्म निर्माता प्रदेश में आए थे।
प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती जा रही है, जो उद्योगपति आना चाहते थे, वे भी नहीं आ रहे हैं। पता चला है अब सरकार उन्हें ढूंढ रही है। भाजपा सरकार ने दावा किया कि प्रदेश में 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव मिले, लेकिन अभी तक कहीं एक भी उद्योग नहीं लगा। उद्यमियों को भाजपा सरकार प्रोजेक्ट स्थापित करने के लिए भूमि नहीं दे पा रही है। विभिन्न विभाग एनओसी देने में खूब परेशान कर रहे हैं। भाजपा सरकार अपने बजट का 60 प्रतिशत पैसा भी खर्च नहीं कर पाई है।