मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान आदि मेलों के आयोजन के लिहाज से यह समय संवेदनशील है। हमें सतर्क-सावधान रहना होगा। सीओ, थानेदार आदि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अपने हेडक्वार्टर पर ही रात्रि निवास करें, ताकि आवश्यकता पड़ने पर पीड़ित व्यक्ति को तत्काल सहायता मिल सके। साथ ही, निर्धारित समय पर कार्यालय में जनसुनवाई करें। मुख्य सचिव रविवार को लोक भवन में कानून-व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में जिला, रेंज, जोन व मंडल स्तर के वरिष्ठ अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे।
डीजीपी विजय कुमार ने बैठक में कहा कि वरिष्ठ अधिकारी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के साथ सप्ताह में दो दिन बैठक करें। एसपी थानों में आने वाली शिकायतों, आवेदनों की प्रतिदिन समीक्षा करें। निवेशकों, उद्योगपतियों, व्यापारियों की समस्याओं का निस्तारण करें, ताकि अपराधी, अराजक तत्व उन्हें परेशान न कर सकें। महिला संबंधी अपराधों पर सख्त कार्रवाई हो। सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए ओवरस्पीडिंग करने वालों के खिलाफ एक माह का विशेष अभियान चलाएं। गोवध, धर्मांतरण वाले अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
लव जिहाद के मामले में तेज और माफिया के खिलाफ करें सख्त कार्रवाई : संजय
प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी संवेदनशील घटनाओं में घटनास्थल का स्वयं निरीक्षण करें। अस्पतालों तथा रेलवे स्टेशनों पर अवैध एंबुलेंस पर रोक लगे। लव जिहाद के मामलों में त्वरित कार्रवाई हो। जिलों में माफिया के खिलाफ सख्त अभियान चलाया जाए। रंगदारी के मामलों से निपटने के लिए फुट-पेट्रोलिंग ज्यादा हो। आईजीआरएस पर दर्ज शिकायतों का मेरिट पर निस्तारण किया जाए। धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकरों से होने वाले ध्वनि प्रदूषण पर रोक लगाई जाए। स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि रेंज एवं जोन स्तर पर कानून व्यवस्था की प्रतिदिन समीक्षा की जाए। अवैध टैक्सी तथा बस स्टैंडों पर रोक लगाने का अभियान चलाया जाए।