प्रदेश में हलाल प्रमाणन वाले उत्पादन पर पाबंदी लगाने के बाद सोमवार को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफएसडीए) की टीम ने जांच शुरू कर दी है। लखनऊ, कानपुर, अयोध्या, सहारनपुर सहित विभिन्न महानगरों में दिनभर छापे की कार्रवाई चलती रही। कई जिलों में बड़ी मात्रा में सामग्री पाई गई है, जिसका देर शाम तक आकलन करने में टीम जुटी रही।
प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर हलाल प्रमाणित उत्पाद बिकने की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री ने सख्त निर्देश दिए। इसके बाद प्रदेश में हलाल प्रमाणन वाले उत्पाद पर पाबंदी लगा दी गई। सिर्फ निर्यात के लिए छूट दी गई है। ऐसे में सोमवार को एफएसडीए के नेतृत्व में छापा मारा गया। लखनऊ, कानपुर, अयोध्या, आगरा, सहारनपुर, वाराणसी, गोरखपुर सहित सभी महानगरों में अभियान शुरू कर दिया गया है। ज्यादातर स्थानों पर फास्टफूड में प्रयोग होने वाली क्रीम व अन्य खाद्य पदार्थ मिले हैं। जांच में लगी टीम संबंधित सामग्री को लेकर रिपोर्ट तैयार कर रही। इन सभी सामग्री को जब्त किया जाएगा। इसके बाद संबंधित के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी। एफएसडीए के उप आयुक्त हरिशंकर सिंह ने बताया कि कई स्थानों पर सामग्री मिली है। टीम उनका मूल्यांकन करते हुए विधिक कार्रवाई कर रही है। हर जिले में छापा मारने के लिए निरीक्षकों को निर्देश जारी किया जा चुका है।
हर जिले में संयुक्त टीम
प्रदेश के हर जिले में एफएसडीए, जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम बनाई गई है। यह टीम शॉपिंग मॉल व विभिन्न दुकानों की जांच करेगी।
लखनऊ में दस जगह छापे
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की चार टीमों ने सोमवार को हलाल उत्पादों की बिक्री को लेकर सहारागंज समेत 10 ठिकानों पर छापमार करके स्टॉक की जांच की। हालांकि, छापामार टीम को किसी भी स्टोर में हलाल उत्पादों का स्टॉक नहीं मिला।
टीम ने स्टाकिस्टों को निर्देश दिए कि हलाल उत्पादों की किसी भी हाल में बिक्री नहीं की जाएगी। जांच में बिक्री पाए जाने पर सख्त कार्रवाई होगी। एफएसडीए के सहायक आयुक्त एसपी सिंह ने बताया कि जांच का सिलसिला दोपहर 12:00 बजे से शुरु हुआ और शाम 4:00 बजे तक चला। इस दौरान टीमों ने अलग-अलग सहारा गंज, स्पेंसर, रिलायंस, अपना मार्ट, पप्पू स्टोर सहित 10 प्रतिष्ठानों पर छापामार करके स्टोरों को जांचा गया है। कहीं पर बिक्री नहीं पाई गई है। सभी जगहों पर प्रतिबंधित किया गया है।