हलाल प्रमाणित मुहर लगाकर बेचे जा रहे उत्पादों के प्रतिबंधित होने के बाद शासनादेश के तहत बरेली में खाद्य सुरक्षा औषधि प्रशासन (एफएसडीए) ने छापा कार्रवाई शुरू कर दी है। रविवार को टीमों ने शहर के अलग-अलग क्षेत्र स्थित मॉलों पर उत्पादों की जांच की।
शासन ने प्रदेश की सीमा में हलाल प्रमाणन युक्त खाद्य पदार्थों के निर्माण, भंडारण, वितरण, विक्रय पर तत्काल प्रभाव से शनिवार को प्रतिबंध लगा दिया। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की आयुक्त अनीता सिंह ने संबंधित आदेश सभी जिलों के सहायक आयुक्त को भेजकर ऐसे खाद्य पदार्थों की जांच करने के निर्देश दिए।
प्राप्त आदेश पर रविवार को सहायक आयुक्त द्वितीय अपूर्व श्रीवास्तव ने टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए। दोपहर में टीमों ने मॉल, दुकानों पर पहुंचकर वहां के उत्पादों पर हलाल प्रमाणन की मुहर की जांच की। पर विक्रय की पुष्टि नहीं हुई।
सहायक आयुक्त के मुताबिक सभी खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को हलाल प्रमाणन युक्त खाद्य पदार्थों की जांच के दिशानिर्देश दिए गए हैं। रविवार को टीमों ने जांच की पर कोई उत्पाद नहीं मिला। लगातार टीमें जांच करेंगी। प्रतिबंध के बावजूद बिक्री मिलने पर नियमानुसार कार्रवाई होगी।
अब थोक और फुटकर दुकानों पर होगी जांच
सहायक आयुक्त के मुताबिक रविवार को ज्यादातर मॉलों में जांच के लिए टीम पहुंची पर कहीं भी हलाल प्रमाणन खाद्य पदार्थ बिक्री का कोई प्रमाण नहीं मिला। जहां जांच नहीं हो सकी है वहां सोमवार को टीम पहुंचेगी। थोक और फुटकर दुकानों पर भी ऐसे उत्पादों की बिक्री की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता। लिहाजा, टीमें यहां भी जांच करेंगी। व्यापारियों से जांच में सहयोग की अपील की है।
व्यापारी बोले : जांच जरूरी लेकिन उत्पीड़न न हो
बरेली मर्चेंट एसोसिएशन के संरक्षक जफर बेग ने बताया कि अगर कोई स्वयंभू प्रमाण पत्र जारी कर रहा है तो उनके खिलाफ कार्रवाई जरूरी है। लेकिन इसकी आड़ में व्यापारियों का उत्पीड़न नहीं होना चाहिए।
प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल महानगर के महामंत्री सुदेश अग्रवाल ने कहा कि शासन का निर्णय सराहनीय है। अगर कोई फर्जी तरीके से मुहर लगाकर कारोबार कर रहा है तो उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
उप्र उद्योग व्यापार मंडल के प्रातांय महामंत्री राजेंद्र गुप्ता ने कहा कि प्रतिबंध सराहनीय है। क्योंकि हलाल के नाम पर जो लोग तुष्टिकरण का प्रयास कर रहे हैं, उनकी धरपकड़ और कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।