उन्नाव जिले में ससुर की मौत की सूचना पर ससुराल गए दामाद की ह्रदय गति रुकने से मौत हो गई। एक के बाद एक दो मौतों से दोनों परिवारों में कोहराम मच गया। सफीपुर कोतवाली के अतहा गांव निवासी कृष्ण कुमार दीक्षित (75) काफी समय से बीमार चल रहे थे।
बुधवार रात हालत बिगड़ने पर परिजन इलाज के लिए लखनऊ लेकर जा रहे थे, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में उनकी मौत हो गई। परिजन शव लेकर घर आए और रिश्तेदारों को सूचना दी। जानकारी पर शहर के पीडीनगर मोहल्ला निवासी दामाद विशाल अवस्थी (30) भी ससुराल पहुंचे।
रात में अचानक उनके सीने में तेज दर्द हुआ। हालत गंभीर देख परिजन उन्हें कानपुर कार्डियोलॉजी लेकर पहुंचे जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। ससुर की मौत के कुछ देर बाद ही दामाद की मौत से दोनों परिवारों में कोहराम मच गया। मृतक कृष्ण कुमार के चार बेटी हैं, सभी विवाहित हैं।
अलग-अलग घाटों पर अंतिम संस्कार किया
तीसरे नंबर की बेटी विनीता का सात साल पहले शहर के पीडीनगर मोहल्ला निवासी विशाल के साथ विवाह हुआ था। विशाल अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। मृतक के पिता त्रिलोकीनाथ अवस्थी इंटर कॉलेज से सेवानिवृत्त शिक्षक हैं। बेटे की मौत से मां मीरा व अन्य परिजन बेहाल हैं। परिजनों ने दोनों का अलग-अलग घाटों पर अंतिम संस्कार किया।
उजड़ा मां और बेटी का सुहाग
ससुर और दामाद की मौत से एक साथ दो परिवारों की खुशियां उजड़ गईं। पिता की मौत की सूचना पर पहुंची बेटी विनीता और अन्य परिजन गम को भुला भी न पाए थे कि विशाल की मौत ने सभी को झकझोर कर रख दिया। विनीता मायके से पति के साथ सीधे कार्डियोलॉजी पहुंच गई।
सभी की आंखों में आंसू छलक पड़े
वहां डॉक्टर ने जैसे ही पति को मृत घोषित किया वह बदहवास हो गई, जिसे भी घटना की जानकारी हुई सभी की आंखों में आंसू छलक पड़े। पल भर में ही एक साथ दो परिवारों की खुशियां उजड़ गईं। कृष्णकुमार की पत्नी सुशीला ने पहले अपना फिर अपने ही पति की मौत पर आई बेटी का सुहाग उजड़ा देखकर बेहाल हो गई।