अलीगढ़ के थाना हरदुआगंज अंतर्गत जलाली कस्बे में चौकी इंचार्ज और उनके साथ गए पुलिस कर्मियों पर 28 अक्तूबर की रात करीब दस बजे घर में घुसकर एक महिला संग छेड़खानी करने, विरोध पर उसके, उसकी सास और देवर के साथ मारपीट करने के आरोप लग रहे हैं। परिवार का आरोप है कि घटना का वीडियो बना रहे महिला के देवर को पुलिस पकड़कर ले गई और उसके खिलाफ चोरी का झूुठा मामला दर्ज कर लिया। एसएसपी ने एसपी यातायात को पूरे प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट देने के लिए कहा है।
इस घटना के दो वीडियो भी वायरल हो रहे हैं। घटना से आक्रोशित महिलाएं और परिवार के लोग शनिवार रात में ही एसएसपी आवास पहुंचे। एसएसपी कलानिधि नैथानी उस समय घर पर नहीं थे, उन्होंने एसपी यातायात को भेजा और पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देने के लिए कहा है।
महिला ने आरोप लगाया कि उसके पति बाहर काम करते हैं। शनिवार रात वह अपनी तीन साल की बेटी संग बाहरी कमरे में सो रही थी। रात लगभग दस बजे करीब पुलिस ने दरवाजे को लात मारकर खोल दिया। अंधेरे में उसका कंबल और दुपट्टा हटाकर उसके साथ छेड़खानी की। बच्ची को जमीन पर गिरा दिया। चीख पुकार सुनकर सास-ससुर और देवर दौड़ पड़े। सास ससुर ने पुलिस से इस कार्रवाई का कारण जानना चाहा तो उनकी पिटाई की गई और कपड़े फाड़ दिए। मारपीट में उसके और सास के हाथ में चोट आई है।
पुलिस ने वीडियो बना रहे उसके देवर को पकड़ लिया। उसका मोबाइल छीनकर जमीन पर दे मारा और उसे कई महीने के लिए जेल में डालने की धमकी देते हुए कार में डालकर ले गए। पूछने पर गिरफ्तारी का कोई कारण भी नहीं बताया। घटना से आक्रोशित परिवार और महिलाओं संग ग्रामीण एसएसपी कार्यालय पहुंच गए। सीओ अतरौली मो. मोहसिन खान ने बताया कि चोरी के एक मुकदमे में जांच करने पुलिस टीम आरोपी के घर गई, जिसका महिलाओं ने विरोध किया गया। आरोपी से चोरी के माल और दो हजार रुपए सहित दबोचा है। प्रथम दृष्टया महिलाओं के आरोप संदिग्ध हैं, फिर जांच की जा रही है।
पुलिस की कहानी, जिस पर दर्ज की रिपोर्ट
थानाध्यक्ष रवि चंद्रवाल के अनुसार नगला मई निवासी कुलदीप सिंह पुत्र उदयपाल शनिवार को जलाली के पास बंबा किनारे पेशाब करने रुका तो दो अज्ञात लड़के मोटर साइकिल की डिक्की में रखे 10 हजार रुपये व घड़ी निकाल ले गए। वादी पीछा करने भागा तो अंधेरे में ठोकर लगने से गिर गया और घायल हो गया। वादी के पहचानने पर पुलिस टीम आरोपी को पकड़ने गई थी। घटना की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
न महिला पुलिस साथ और न ही घर में घुसने का कारण बताया
पीड़ित परिवार ने पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि जब वे लोग शिकायत करने अलीगढ़ आए तो पुलिस ने रात करीब 12 बजे झूठा मुकदमा लिखा है। पीड़िता महिला के ससुर का कहना है कि उनके तीन बेटे हैं, इन पर आज तक कोई मुकदमा नहीं है। जिस समय पुलिस घर में आई तब तक भी कोई मुकदमा नहीं था। पुलिस की कार्रवाई की शिकायत करने अलीगढ़ गए तब अपने बचाव में रात के बारह बजे चोरी का मुकदमा लिख कर फर्जी खुलासा कर दिया है।
शनिवार रात से लेकर रविवार शाम तक उनके परिवार की महिलाओं से हुई मारपीट और छेड़खानी के दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। मेडिकल भी नहीं कराया गया। पीड़िता का कहना है कि रात के समय पुलिस कर्मी शराब पीकर बिना महिला पुलिस के महिलाओं के कमरे में घुस आए। लाइट बंद कर दी और उसके साथ मारपीट व छेड़खानी की।