उत्तर प्रदेश के एटा में एक तरफ आलू की कीमतों में गिरावट आई है, तो वहीं प्याज के भाव ने रुलाना शुरू कर दिया है। प्याज के दाम 60 से 70 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। इसकी वजह से आम आदमी की थाली से प्याज गायब होता दिख रहा है।
जिले में पिछले दिनों की अपेक्षा अब आलू की कीमतों में काफी गिरावट देखने को मिल रही है। इसकी वजह से आलू को लेकर जहां किसान परेशान है। वहीं आलू के व्यापारियों के माथे पर बल दिखाई दे रहा है। हालांकि कीमतें गिरने से आम खरीदारी खुश है। आलू की कीमतों में पिछले एक माह में काफी गिरावट दर्ज की गई है।
इस समय थोक में जहां साधारण आलू की कीमत 400 से लेकर 600 रुपये प्रति क्विंटल है। वहीं 3797 और चिप्सोना आलू की कीमत 1200 से लेकर 1400 रुपये प्रति क्विंटल है। जबकि पिछले माह साधारण आलू की कीमत 700 से लेकर 1200 रुपये प्रति क्विंटल थी। 3797 और चिप्सोना की कीमत 1500 से 2000 रुपये प्रति क्विंटल रही थी।
इस समय प्याज की कीमत लंबी छलांग लगा रही है। थोक में इस समय प्याज की कीमत 45 से 50 रुपये प्रति किलोग्राम है। जो कि 15 दिन पहले मात्र 20 से 25 रुपये प्रति किलोग्राम थी। थोक विक्रेताओं का कहना है कि अभी प्याज की कीमतों और ज्यादा इजाफा देखने को मिलेगा।
इसकी कीमत 100 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंचने की संभावना है। फुटकर में प्याज 60 से 70 रुपये प्रति किलो पहुंच गई है। जो एक पखवाड़े पहले तक 25 से 30 रुपये किलो थी। सब्जी कारोबारियों के मुताबिक नासिक से प्याज नहीं आ पा रही है। जबकि नई प्याज आने में समय है। इसी के चलते कीमतें बढ़ी हैं।