शामली जनपद में मंगलवार को एक शादी में दूल्हे समेत छह बरातियों को बंधक बना लिया गया। वजह थी कि दुल्हन निकाह के लिए सज धजकर बैठी थी, परिजन बरात के स्वागत की तैयारी कर रहे थे कि दूल्हे ने एन वक्त पर शादी से इनकार करते हुए दुल्हन का काली बताकर दहेज में कार की मांग कर दी। मांग पूरी न करने पर शादी से साफ इनकार कर दिया। इसके बाद बाद मामले में बुधवार को नया मोड़ आ गया।
चौसाना के गांव खोडसमा में शादी मे कार मांगने को लेकर दुल्हा और दुल्हन पक्ष में मंगलवार को विवाद हो गया था। गुस्साएं दुल्हन पक्ष ने दूल्हे, उसके पिता समेत 6 को बंधन बना लिया था। बाद में पांच घंटे तक हुई पंचायत में निर्णय लिया गया था कि दहेजलोभियों से बेटी की शादी नहीं करेंगे। दहेज में दिए गए सामान और रुपये लड़का पक्ष वापस देगा। लड़के पक्ष ने सामान और रुपये भी वापस दे दिए थे।
बुधवार की सुबह ग्रामीणों और लड़की पक्ष के लोगों की पंचायत हुई। जिसमें लड़की का फूफा ताहिर अपने बेटे दानिश से बेटी की शादी करने को तैयार हो गया। जिस पर सभी ने हामी भर दी। बुधवार को सहारनपुर के नकुड़ के रहने वाले दानिश पुत्र ताहिर से फिरदौस की शादी कर दी गई। जिसमें लड़की के पिता ने अपनी बेटी को एक आल्टो कार तोहफे में दी।
बारात में पहुंचे लोगों का ग्रामीणों ने स्वागत भी किया। चौकी प्रभारी राहुल कादयान का कहना है कि अब लड़की पक्ष ने सहारनपुर के लड़के से उसकी शादी कर दी है। दोनों पक्ष शादी से खुश हैं।
फैसले के पैसे से खरीदकर तोहफे में दी कार
दुल्हन के पिता इलियास ने बताया कि फैसले में मिले करीब साढ़े 4 लाख रुपये में आल्टो कार खरीदी, जिसे तोहफे में दूल्हे को दिया गया। परिवार के सभी सदस्य खुश हैं।