वाराणसी में जिम्मदारों की लापरवाही की कीमत एक अधेड़ को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। लहरतारा-बौलिया में खुले मैनहोल में गिरकर उसकी मौत हुई। इस दर्दनाक घटना से स्थानीय लोगों में गुस्सा साफ नजर आया। उन्होंने पीडब्ल्यूडी, नगर निगम व सिक्स लेन सड़क की कार्यदाई संस्था के अधिकारियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करने की मांग की। मृतक की शिनाख्त नहीं हो सकी।
लहरतारा-बौलिया मार्ग को सिक्सलेन बनाया जा रहा है। बीते माह कार्यदाई संस्था के द्वारा कार्य करते वक्त भिटारी मोड़ के पास नाले का चैंबर टूट गया था। मैनहोल का ढक्कन गायब हो गया था। आए दिन लोग गिरकर चोटिल हो रहे थे। सोमवार शाम एक अधेड़ उसी खुले मैनहोल में गिर गया। स्थानीय लोगों की नजर पड़ी तो उसे बाहर निकालने की कोशिश हुई।
चंदन नमक युवक ने साहस दिखाते हुए कुछ क्षेत्रीय लोगों के साथ जान जोखिम में डालकर उसे बाहर निकाला। हालांकि तबतक उसकी मौत हो चुकी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। काफी प्रयास के बाद भी उसकी शिनाख्त नहीं हो सकी। घटना से आक्रोशित स्थानीय लोगों ने इस हादसे के लिए सिक्स लेन सड़क की कार्यदाई संस्था, नगर निगम व पीडब्ल्यूडी के जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों को ठहराते हुए हत्या का मामला दर्ज करने की मांग करने लगी।
मौके पर पहुंचे इंस्पेक्टर मंडुवाडीह विमल मिश्रा ने लोगों को शांत कराया। बताया कि यदि जनता द्वारा तहरीर मिलेगी तो संबंधित विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाएगा। इसके साथ ही पीडब्ल्यूडी के जेई जितेंद्र सिंह को फोन करके खुले ढक्कन को तत्काल ढकवाने को कहा। खतरे का संकेत प्रदर्शित करने के लिए डंडे में लाल झंडा लगाकर खुले चैंबर में डाल दिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।