असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के बयान पर संभल के सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क ने पलटवार किया है। सांसद ने कहा है कि असम के मुख्यमंत्री मियां लोग यानि मुसलमानों का वोट लेना नहीं चाहते। सांसद ने कहा कि मुसलमान उन्हें खुद वोट नहीं देना चाहते। उन्हें मुसलमान के वोट की जरूरत नहीं और मुसलमान को उनकी जरूरत नहीं है।
सांसद ने कहा है कि मुख्यमंत्री जनसंख्या नियंत्रण की बात करते हैं। जबकि जनसंख्या नियंत्रण कभी नहीं हो सकती। यह अल्लाह की मर्जी से बच्चे होते हैं। इन पर कोई पाबंदी नहीं लगा सकता। कितना भी कानून ले आएं। यह इंसान के हाथ में नहीं है। यह कुदरत के निजाम से चल रहा है। आगे कहा कि मुसलमान कौम का कोई ठेकेदार नहीं है। हमारा वोट है हम अपनी मर्जी से वोट करेंगे। असम के मुख्यमंत्री मुसलमान के वोट की कीमत नहीं समझ रहे हैं। इंडिया गठबंधन को वोट किया जाएगा। दरअसल असम के मुख्यमंत्री ने कहा है कि दस वर्ष तक वह मियां लोग का वोट लेना नहीं चाहते हैं। आगे मुख्यमंत्री ने कहा है कि जब जनसंख्या नियंत्रण नहीं होगी, कट्टरपंथी कम नहीं होगी तब वोट नहीं लेंगे। इसी बयान पर संभल सांसद ने पलटवार किया है।