उत्तर प्रदेश के आगरा में रविवार की शाम राधा स्वामी सत्संग सभा के सत्संगियों ने पुलिस टीम पर हमला बोल दिया। सत्संगी पूरी तैयारी के साथ आए थे। हैरान करने वाली बात यह रही कि सत्संगियों के पास वैसे ही डंडे थे जैसे चीनी सैनिकों ने भारतीय सेना पर हमला करते समय उपयोग किया था। उसी तरह के बनाए गए डंडों से सत्संगियों ने पुलिस पर हमला बोला। इसमें एसओ जगदीशपुरा जितेंद्र कुमार सहित कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
दयागबाग क्षेत्र में दो-तीन घंटों तक पुलिस व सत्संगी आमने-सामने रहे। कई बार दोनों के बीच कहासुनी हुई तो कई बार नारेबाजी हुई। इसके बाद सत्सगिंयों ने पुलिस टीम की क्षमता का आंकलन करते हुए उन पर हमला बोल दिया। सेना की ड्रेस पहने हुए महिला सत्संगी पुलिस टीम के सामने लाठियों का प्रदर्शन करती रहीं। कई सत्संगी पुरुष भी सेना की वर्दी पहने हुए पकड़े गए।
सत्संगियों ने जिस तरह से पुलिस पर हमला बोला और भारी पड़े। वह प्रशिक्षित हमलावरों से कम नहीं दिख रहे थे। कई लोग पत्थरबाजी कर रहे थे। तो कई लाठियां भांज रहे थे। लाठी और पत्थर लगने के बाद पुलिसकर्मी घायल हुए तो उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। इसके कुछ देर बाद पुलिस बैकफुट पर आ गई। वह सत्संगियों द्वारा 24 घंटे में जमीन के कागज तहसील में दिखाने की बात कहकर वापस लौट गई।
सत्संगियों ने पहले पुलिस को कागजों में उलझाया और उसके बाद एकदम से घेराबंदी कर दी। सत्संगियों की यह रणनीति भी पुलिस पर भारी पड़ी। पुलिस जब टेनरी गेट तक बुलडोजर लेकर पहुंची तब सत्संगियों की संख्या कम थी। सत्संग सभा के पदाधिकारी कागज दिखाने लगे। इसमें समय गुजरता गया और सत्संगी अपनी संख्या बढ़ाते गए। पुलिस यह रणनीति समझ नहीं पाई और तीन तरफ से घिर गई।
रविवार शाम करीब 4:30 बजे फोर्स टेनरी गेट दयालबाग पहुंचा। गेट बंद था और कुछ सत्संगी अंदर थे। कहासुनी होने लगी। सत्संग सभा के कुछ पदाधिकारी कागज लेकर आए और प्रशासनिक अधिकारियों को दिखाने लगे। आधे घंटे का समय इसमें गुजर गया। तब तक हजारों सत्संगी आ पहुंचे।
करीब 6 बजे तक पोइया घाट और दयालबाग कॉलेज की तरफ से भी सत्संगी आ पहुंचे। फोर्स को तीन तरफ से घेर लिया। शाम 6.30 बजे पुलिस ने आखिरी बार पूरी ताकत से गेट हटाने का प्रयास किया। इस पर सत्संगियों ने पथराव कर दिया।
दोनों तरफ से पथराव, लाठी-डंडे चलने से एक मीडियाकर्मी सहित 4 पुलिसकर्मी घायल हो गए। घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया। तभी सत्संगी भजन गाने लगे। आखिर में सत्संगियों को सोमवार तक कागज दिखाने की मोहलत देकर फोर्स लौट आई।