इलाहाबाद पारिवारिक न्यायालय में लंबित तलाक के मुकदमे में पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य शुक्रवार को हाजिर नहीं हुईं। उन्होंने अपनी अनुपस्थिति के लिए अधिवक्ता के माध्यम से माफी पत्र न्यायालय में दाखिल कर कुछ दिन की मोहलत मांगी है। ज्योति मौर्य का कहना है कि प्रशिक्षण के कारण वह कोर्ट के समक्ष उपस्थित नहीं हो पा रही हैं। कोर्ट ने मामले की सुनवाई के लिए अब 22 सितंबर की तिथि मुकर्रर की है। इसके पहले 11 जुलाई को सुनवाई के दौरान ज्योति मौर्य उपस्थित नहीं हुई थीं। इसका कारण उन्होंने अवकाश न मिलना बताया था। उधर आज आलोक मौर्य भी कोर्ट में हाजिर नहीं हुए और उन्होंने भी गैर हाजिरी के लिए कोर्ट में वकील के माध्यम से माफी पत्र प्रस्तुत किया।

आलोक मौर्य और ज्योति मौर्य की शादी 2010 में हुई थी। 2009 में आलोक का चयन पंचायती राज विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रूप में हुआ था। इसके बाद उन्होंने ज्योति की पढ़ाई करवाई। साल 2015 में ज्योति का चयन एसडीएम पद पर हो गया। लोक सेवा आयोग से महिलाओं में ज्योति की तीसरी रैंक और ऑल ओवर 16वीं रैंक थी। सभी बहुत खुश थे। 2015 में जुड़वां बच्चियां हुईं। 

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