राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देश पर रवीन्द्र नाथ दूबे जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की अध्यक्षता में दिनांक-21.05.2023 को राष्ट्रीय लोक अदालत जनपद बाराबंकी में किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ माननीय जनपद न्यायाधीश रवीन्द्र नाथ दूबे के द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। इस अवसर पर बार एसोशिएशन के अध्यक्ष प्रदीप सिंह, महामंत्री श्रीमती शाहीन अख्तर, ए0डी0जे0 प्रथम आनन्द कुमार, अनिल कुमार शुक्ल ए0डी0जे0 द्वितीय/नोडल अधिकारी राष्ट्रीय लोक अदालत, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नाजनीन बानों, समेत सभी न्यायिक अधिकारीगण, अपर पुलिस अधीक्षक श्री आशुतोष मिश्र, बैंकों के प्रतिनिधियों के अतिरिक्त अन्य तमाम लोग मौजूद रहे।
नोडल अधिकारी अनिल कुमार शुक्ल अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा बताया कि राजस्व, बैंकों, विभिन्न विभागों एवं सिविल कोर्ट बाराबंकी के समस्त न्यायालयों द्वारा समग्र रूप से कुल-2,06,191 मामलों का निस्तारण कर कुल रू-10,57,53,997/-अर्थदण्ड एवं प्रतिकर के रूप में जमा कराया गया।
उक्त निस्तारित मामलों में सिविल कोर्ट बाराबंकी के विभिन्न न्यायालयों द्वारा कुल-7233 वादों का निस्तारण करते हुए कुल-4,05,03,623.00/- धनराशि अर्थदण्ड एवं प्रतिकर के रूप वसूल किया गया।
प्री-लेटिगेशन स्तर पर राजस्व विभाग, बैंकों, विभिन्न विभागों के कुल-1,98,958 मामलों का निस्तारण करते हुए कुल-6,52,50,374/- धनराशि वसूल किया गया।
जनपद न्यायाधीश रवीन्द्र नाथ दूबे द्वारा कुल 09 वाद का निस्तारण किया गया। प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय दुर्ग नरायन सिंह द्वारा 109 मामलों का निस्तारण किया गया। मोटर दुर्घटना प्रतिकर के कुल 51 वादों का निस्तारण करते हुए धनराशि रू-2,00,000.00 प्रतिकर के रूप में दिलाया गया। विशेष न्यायाधीश एस0सी0/एस0टी0 एक्ट द्वारा 01 वाद, विशेष न्यायाधीश ई0सी0 एक्ट द्वारा 101 वाद, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट संख्ख्या 08 द्वारा 35, ए0डी0जे0 कोर्ट संख्या-10 द्वारा 01 वाद, प्रथम अपर प्रधान न्यायाधीश द्वारा-44 वाद, द्वितीय अपर प्रधान न्यायाधीश द्वारा-62 वाद, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट संख्ख्या 04 द्वारा 04, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट संख्ख्या 05 द्वारा 09, ए0डी0जे0 कोर्ट संख्या-46 द्वारा 26 वाद, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट संख्ख्या 36 द्वारा 01 वाद का निस्तारण किया गया।
विभिन्न न्यायिक दण्डाधिकारियों एवं दीवानी न्यायालयों द्वारा कुल-6775 मामलों को निस्तारित करते हुए धनराशि रू0-30,36,970.00 अर्थदण्ड के रूप में वसूल किया गया जिसमें से श्री संजय कुमार मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी द्वारा 1640 वादों का निस्तारण किया गया। सिविल जज सी0डी0 द्वारा 14 वाद, ए0सी0जे0एम0 कोर्ट संख्या-17 द्वारा 1400 वाद, ए0सी0जे0एम0 कोर्ट संख्या-25 द्वारा 705 वाद, ए0सी0जे0एम0 कोर्ट संख्या-19 द्वारा 1287 वाद, सिविल जज सी0डी0/ एफ0टी0सी0 कोर्ट संख्या-38 द्वारा 804 वाद, न्य सिविल जज जू0डी0 कोर्ट संख्या-24 हैदरगढ़ द्वारा 134 वाद, सिविल जज जू0डी0 कोर्ट संख्या-13 द्वारा 38 वाद, न्यायिक अधिकारी ग्राम न्यायालय रामनगर द्वारा 03 वाद, सिविल जज जू0डी0 रा0सा0घाट कोर्ट संख्या-14 द्वारा 02 वाद, सिविल जज जू0डी0/एफ0टी0सी0 कोर्ट संख्या-39 द्वारा 718 वाद, विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट संख्या-33 द्वारा 30 वाद, निस्तारित किया गया। दिनांक-18, 19 व 20 मई 2023 को पिटी अफेन्स के रूप में 359 मुकदमों का निस्तारण किया गया है जिसकी सूचना लिंक पर प्रेषित की जा चुकी है। इस प्रकार माह मई 2023 में आयोजित लोक अदालत में कुल 7592 वादों का निस्तारण किया गया है।
पूर्ण कालिक सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नाजनीन बानों, द्वारा बताया गया कि जिले के विभिन्न राजस्व न्यायालयों से कुल-47828 वादों का निस्तारण किया गया। जिले की विभिन्न बैंकों द्वारा कुल 694 एन0पी0ए0 खातों का निस्तारण करते हुए रू0-6,16,20,156.00 रू0 वसूल किये गये। बैंक आफ इण्डिया द्वारा सर्वाधिक 227 मामले निस्तारित किया गया। आर्यावर्त बैंक द्वारा 199 मामलों का निस्तारण किया गया। विघुत विभाग द्वारा कुल 391 मामलों का निस्तारण, नगर पालिका द्वारा 49 मामलों का, स्टाम्प आयुक्त कार्यालय द्वारा-03 मामले, दूर संचार विभाग द्वारा-19 मामलों का, जिला उघान विभाग द्वारा-05, जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा 02, उपभोक्ता फोरम द्वारा 04 मामलों, जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा 445, पशुपालन विभाग द्वारा 36, मनरेगाा द्वारा 69774 मामले, मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय द्वारा 86511 मामलों, जिला पूर्ति विभाग द्वारा 2690 मामलें, विधि माप विज्ञान द्वारा 04 मामलों, राज्य कर विभाग द्वारा 139 मामलों का निस्तारण किया गया। इस लोक अदालत की सफलता के लिए स्वास्थ्य परीक्षण शिविर चिकित्सा विभाग द्वारा, वादकारियों के लिए स्वच्छ पेयजल व्यवस्था तथा विधि के छात्र छात्राओं द्वारा कियोस्क के माध्यम से हेल्प डेस्क का संचालन किया गया।
जनपद न्यायाधीश रवीन्द्र नाथ दूबे ने सभी लोगों को लोक अदालत में अपनी अपनी सहभागिता हेतु धन्यवाद ज्ञापित करते हुए लोक अदालत की सफलता हेतु बधाई दी