बरेली जिला जेल में बंद अशरफ मामले में बिथरी चैनपुर थाने में दर्ज मुकदमे के विवेचक सीओ थर्ड आशीष प्रताप सिंह की ओर से लल्ला गद्दी की पुलिस कस्टडी रिमांड लेने के लिए गुरुवार को अदालत में अर्जी दी। विशेष अदालत ने मामले में सुनवाई के लिए 27 मार्च की तारीख तय की है।
उमेश पाल हत्याकांड के तार बरेली जेल में बंद अशरफ से जुड़े मिले हैं। जेल में अशरफ से उसके गुर्गे बिना पर्ची के मुलाकात करते थे। इनमें बारादरी थाना इलाके के चक महमूद का रहने वाला लल्ला गद्दी भी शामिल है। इस मामले में थाना बिथरी चैनपुर में मुकदमा दर्ज हुआ था।
नाटकीय ढंग से पकड़ा गया था लल्ला
मुकदमा दर्ज होने के बाद लल्ला गद्दी फरार हो गया था। एसओजी की टीम ने सोमवार की रात सेटेलाइट बस अड्डे से नाटकीय तरीके से लल्ला गद्दी को पकड़ा था। उसके पकड़े जाने का छह सेकंड का वीडियो भी सामने आया, जिससे एसआईटी को उसका चालान करना पड़ा।
लल्ला से राज उगलवाने की तैयारी
अशरफ से जुड़े राज उगलवाने के लिए पुलिस लल्ला गद्दी को रिमांड पर लेना चाहती है। इसकी अर्जी अदालत में दी गई है। लल्ला के पास दो मोबाइल थे। फरवरी में एक और उसके बाद मार्च में दूसरा मोबाइल नया सिम डालकर चलाने की पुष्टि हुई है। दोनों मोबाइलों को गुजरात की फॉरेंसिक लैब भेजेगी।
मेयर का चुनाव लड़ चुका है लल्ला
लल्ला गद्दी पहले एक पार्टी से मेयर का चुनाव लड़ चुका है। इस बार एक पार्टी से मेयर का टिकट मांग रहा था। लल्ला गद्दी के खिलाफ बारादरी थाने में छेडछाड़, पॉक्सो एक्ट और मारपीट जैसे मुकदमे पहले दर्ज हो चुके हैं। उसने अपने भी कई गुर्गे बना रखे थे। इनमें से अधिकांश युवक गद्दी समाज से हैं।