अयोध्या कोतवाली अंतर्गत सरयू नदी पश्चिमी ओर डेंजर जोन के पास रविवार को एक और हादसा हो गया। यहां लखनऊ से आए पांच छात्र नहाते समय गहरे पानी में चले गए। पांचों को डूबता देख वहां मौजूद एसडीआरएफ, जल पुलिस व स्थानीय नाविकों ने तत्काल रेस्क्यू कर चार छात्रों को बचा लिया लेकिन एक छात्र नदी में लापता हो गया। उसकी तलाश में देर शाम तक रेस्क्यू चलता रहा।
रविवार को लखनऊ के आर्किटेक्चर कॉलेज के छह छात्र अयोध्या दर्शन पूजन को आए। दोपहर करीब डेढ़ बजे इनमें से पांच छात्र सरयू नदी में स्नान करने के लिए नदी में उतरे। इस दौरान एक छात्र गहरे पानी में चला गया व डूबने लगा। यह शेष चार छात्रों ने उन्हें बचाने का प्रयास किया लेकिन वह भी डूबने लगे। यह देख वहां तैनात एसडीआरएफ, जल पुलिस ने बोट के सहारे तो स्थानीय नाविकों ने नदी में छलांग लगाकर रेस्क्यू शुरू किया। सभी ने मिलकर डूब रहे चार छात्र को तो सकुशल बाहर निकाल लिया लेकिन एक नदी में लापता हो गया।
बचाए गए छात्रों में जिला मेरठ के दीपक पुत्र भीम, जिला अमरोहा के अर्पित ठाकुर पुत्र अजय ठाकुर, जिला लखनऊ के विशाल कटियार पुत्र अरविंद कटियार व कानपुर नगर के अंश कटियार पुत्र भानू प्रताप कटियार शामिल रहे। जबकि नदी में लापता छात्र की पहचान मेरठ निवासी दीपांशु कुमार पुत्र वालकेश कुमार के रूप में हुई। इन छात्रों के छठवें साथी गाजियाबाद निवासी छात्र केएस त्यागी पुत्र अनुज त्यागी ने बताया कि वह सभी एक साथ अयोध्या में दर्शन पूजन के लिए आए थे। इस दौरान हादसा हो गया।
ध्यान रहे कि बीते 11 फरवरी को इसी स्थान पर दो युवक मनीष तिवारी पुत्र विजय कुमार तिवारी निवासी महाजनी तोला टकसाल चौक व पीयूष पांडेय पुत्र स्व राम सुंदर पांडेय निवासी रामनगर पहाड़गंज नदी में डूब गए थे। इनमें से एक का शव तीसरे दिन मिला था जबकि एक का आज तक पता नहीं चला। अयोध्या कोतवाल मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि सभी छात्रों के परिवारीजनों को सूचना दी गई है। लापता छात्र की तलाश में तीन टीमें लगातार रेस्क्यू कर रही हैं। एसडीआरएफ टीम प्रभारी विशंभर दयाल ने बताया कि छात्रों को बचाने में ड्यूटी पर तैनात आरक्षी मोहन यादव, प्रमेश हुड्डा, रोहित तिवारी ने मुख्य भूमिका निभाई।