वाराणसी के चर्चित अवधेश राय हत्याकांड के मामले में बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की शुक्रवार को ऑनलाइन पेशी नहीं हो सकी। मुख्तार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ना था, लेकिन तकनीकी वजहों से ऐसा नहीं हो सका। इस वजह से मामले में बहस नहीं शुरू हो सकी। अब विशेष न्यायाधीश (एमपी/एमएलए) अवनीश गौतम की अदालत ने बहस पर सुनवाई के लिए 20 मार्च तय की है।
विशेष न्यायाधीश एमपी/एमएलए कोर्ट में शुक्रवार से 31 वर्ष पहले अवधेश राय हत्याकांड में बहस शुरू होनी थी, लेकिन बांदा जेल में बंद मुख्य आरोपी मुख्तार अंसारी की ऑनलाइन पेशी नहीं हो सकी। अभियोजन यानी वादी और आरोपी पक्ष के अधिवक्ता बहस के लिए पूरी तैयारी से पहुंच रहे थे, लेकिन उन्हें लाैटना पड़ा।
अभियोजन की तरफ से मुख्य गवाह पूर्व विधायक अजय राय सहित छह गवाहों का बयान दर्ज कराया गया था। बचाव पक्ष की तरफ से पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी समेत 6 गवाहों का बयान दर्ज हो चुका है।
31 साल पहले घर के दरवाजे पर अवधेश राय की हुई थी हत्या
3 अगस्त 1991 की सुबह वाराणसी के लहुराबीर क्षेत्र में चेतगंज थाने से चंद कदम दूर स्थित आवास के द्वार पर ही पूर्व विधायक अजय राय के बड़े भाई अवधेश राय की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में अजय राय ने माफिया मुख्तार अंसारी,पूर्व विधायक अब्दुल कलाम (अब मृत), भीम सिंह, कमलेश सिंह व राकेश समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।