मऊ जिले के पाऊस गांव में बेटी की विदाई के लिए उसके सुसराल आए पिता की निर्मम हत्या दामाद ने ही कर दी। वह पत्नी की विदाई की बात से नाराज था। पुलिस ने यह खुलासा रविवार को किया। वारदात को बीते बुधवार की रात अंजाम दिया गया था। गुरुवार सुबह गांव स्थित पशु आश्रय स्थल के पास खेत में एक व्यक्ति का शव मिला था।
मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने आरोपी नर्वेश तिवारी पुत्र गौरी तिवारी को गिरफ्तार करने की जानकारी दी। आरोपी की निशानदेही पर हत्या में शामिल हथियार बरामद कर उसे जेल भेज दिया गया। दोहरीघाट थाना क्षेत्र के पाऊस गांव गुरुवार सुबह अधेड़ का शव मिला था। शिनाख्त बिहार के छपरा निवासी जयराम तिवारी 50 के रूप में हुई।
आरोपी ने बताया- वारदात को कैसे दिया अंजाम
वो पाऊस गांव स्थित बेटी के ससुराल आए थे। मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने तफ्तीश शुरू की तो नर्वेश तिवारी का नाम सामने आया। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने जुर्म कबूल किया। बताया कि 22 फरवरी को ससुर जयराम तिवारी घर आए थे। शाम को दोनों बाजार गए, जहां साथ में शराब का सेवन किया।
रात में घर लौटते वक्त ससुर ने अपनी बेटी की विदाई की बात कही। मना करने पर वो जिद करने लगे। मेरे बार-बार मना करने पर वो आक्रोशित हो उठे। मुझे अपशब्द बोलते हुए हाथापाई पर उतर गए। नर्वेश ने बताया कि इससे मुझे गुस्सा आ गया और मैंने उन्हें खेत में धक्का दे दिया। शराब के नशे के कारण वो उठ पाने की हालत में नहीं थे।
ऐसे में घर आया और धारदार हथियार लेकर वापस मौके पर पहुंचा। खेत में गिरे ससुर के गर्दन पर कई वार किए और वहां से भाग गया। खून लगे धारदार हथियार और कपड़ों को झाड़ी में फेंक दिया। अगले दिन शव मिलने पर खुद दोहरीघाट थाने पहुंचा और अज्ञात में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा चार दिन के अंदर कर दिया। मुकदमा दर्ज कराने वाला ही हत्यारा निकला। इस खुलासे से ग्रामीण हैरान हैं। नर्वेश तिवारी की पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है।