दो माह से पिछड़ों की गोलबंदी के सहारे सपा मुखिया अखिलेश यादव की तैयार हो रही चुनावी चौसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिंदुत्व कार्ड चलाया है। सपा ने रामचरित मानस की जिस चौपाई को आधार बनाकर सियासी फसल काटने की योजना बनाई थी, योगी ने उसकी प्रतियां जलाने को 100 करोड़ हिंदुओं का अपमान बताकर उनकी रणनीति पर पानी फेरने का प्रयास किया है। कानून-व्यवस्था के मामले में माफिया के खिलाफ योगी के आक्रामक तेवर और मानस की चर्चा में रही चौपाई की उनकी व्याख्या ने सब कुछ साफ कर दिया है।
विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलने आए योगी शुरुआत से ही आक्रामक दिखे। योगी ने 2 घंटे 7 मिनट के भाषण में एक-एक मुद्दे पर आईना दिखाते हुए सपा को बैकफुट पर लाने का प्रयास किया। सपा की ओर से प्रयागराज गोलीकांड का मुद्दा उठाया गया तो योगी ने कड़े तेवर में सपा को घेरते हुए माफिया को मिट्टी में मिलाने जैसा संकल्प कई बार दोहराया। अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस की बात कर कानपुर में मां बेटी की आत्महत्या से बिगड़े माहौल को भी योगी ने शांत करने की कोशिश की।