आगरा में प्रदेश के कारागार एवं होमगार्ड मंत्री धर्मवीर प्रजापति के बेटे दिलीप की शादी बृहस्पतिवार को संपन्न हो गई। डेंगू से पीड़ित होने के कारण दो दिसंबर को बरात नहीं जा सकी थी। दिलीप को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद शादी की रस्में पूरी कराई गईं। कारागार मंत्री ने बेटे और बहू को गले लगाकर भावु हो गए। दोनों को आशीर्वाद दिया।
मूलरूप से खंदौली के गांव खेड़ा हाजीपुर के रहने वाले कारागार एवं होमगार्ड मंत्री धर्मवीर प्रजापति वर्तमान में आवास विकास कॉलोनी में रहते हैं। दो दिसंबर को उनके तीसरे नंबर के बेटे दिलीप की शादी मुड़ी जहांगीर निवासी जयराम ठेकेदार की बेटी ज्योति से होनी थी। कसबा स्थित माया देवी वाटिका में समारोह होना था। घराती आ चुके थे। मगर, बरात नहीं पहुंची थी। इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं होने लगी थीं।
मगर, कारागार एवं होमगार्ड मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने इन चर्चाओं पर विराम लगा दिया था। उन्होंने कहा था कि बेटा बेहोश हो गया था। इस पर अस्पताल में भर्ती कराया था। जांच में उसे डेंगू निकला था। उसका बीपी लो हो रहा था। वह बेटे के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित थे। इस कारण विवाह को टालना पड़ा था।
उसकी हालत ज्यादा खराब थी। दिलीप की तबीयत खराब होने की वजह से दुल्हन का परिवार भी अस्पताल पहुंच गया था। बेटे के स्वास्थ्य में सुधार होने पर अस्पताल से छुट्टी मिल गई। इस पर शादी की तैयारियां की गईं। बृहस्पतिवार को सादे समारोह में शादी की रस्में अदा की गईं। शादी में ज्यादा लोगों को नहीं बुलाया गया था।
भावुक हुए मंत्री
कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने बेटे दिलीप और बहू ज्योति को आशीर्वाद दिया। इस दौरान वो भावुक भी हो गए। उन्होंने कहा कि वह पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता है। एक तरफ बेटे की शादी होनी थी तो दूसरी तरफ चुनाव में व्यस्त थे। इस दौरान बेटे की तबीयत भी खराब हो गई।
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने मामले में राजनीति भी की। मगर, वो बेटे की तबीयत ठीक होने का इंतजार कर रहे थे। इस कारण सादा समारोह में सभी रस्में पूरी कीं। उन्होंने बेटे की शादी होने के बाद सोशल मीडिया फोटो और वीडियो भी अपलोड किया।