सपा विधायक इरफान सोलंकी को फरार कराने में मदद करने वाली सपा नेत्री समेत चार आरोपियों को पुलिस ने बुधवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से वह 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए। उधर विधायक व उनके भाई की तलाश में पुलिस की अलग-अलग टीमों ने दबिश दी। इरफान सोलंकी के अशरफ अली नाम से फर्जी दस्तावेज तैयार कर फरार कराने में मदद करने पर पुलिस ने मंगलवार को सपा नेत्री नूरी शौकत, उसके ड्राइवर अम्मार इलाही, इरफान के साले अनवर व अख्तर मंसूरी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
रातभर पुलिस ने उनसे पूछताछ की। पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपियों ने कबूल किया कि वारदात के बाद इरफान को उन्होंने शरण दी। फर्जीवाड़ा कर दस्तावेज तैयार करवाए। साजिश के तहत इरफान को फरार कराया। पुलिस ने बुधवार को इन चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जहां पर पुलिस ने पुख्ता साख्य रखे। जिसके आधार पर उनको जेल भेजा गया।
यह है पूरा घटनाक्रम
सपा विधायक इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान व अन्य 55 अज्ञात पर आठ नवंबर को जाजमऊ थाने में आगजनी, रंगदारी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज हुआ था। तब से पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। इस बीच पुलिस को जानकारी हुई कि इरफान सोलंकी ने अशरफ अली के नाम से फर्जी दस्तावेज बनवाए। जिसके जरिये फ्लाइट की टिकट बुक कर दिल्ली से मुंबई गया था। इस प्रकरण में जाजमऊ इंस्पेक्टर ने खुद वादी बनकर ग्वालटोली थाने में इरफान सोलंकी, रिजवान, सपा नेत्री नूरी शौकत, नूरी के भाई अशरफ अली, मौसा इशरत, ड्राइवर अम्मार इलाही उर्फ अली, इरफान के साले अनवर मंसूरी व अख्तर मंसूरी के अलावा अली नाम के शख्स पर जालसाजी, कूटरचित दस्तावेज तैयार कर उनका इस्तेमाल करना, साजिश रचने व अपराधी को शरण देने के आरोप में केस दर्ज कराया था।
आरोपियों की तलाश में आठ टीमें लगाई गई हैं। 24 घंटे के भीतर बीस से अधिक ठिकानों पर दबिश दी गई है। कुछ पुख्ता जानकारी मिली है, जिसके आधार पर तहकीकात जारी है। जल्द आरोपी गिरफ्त में होंगे। दूसरी तरफ कुर्की की प्रक्रिया जारी है। कोर्ट की प्रक्रिया पूरी कर कुर्की की जाएगी